MP CM Kamal Nath To Resign: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ऐलान किया है कि वे शाम तक अपना इस्तीफा राज्यपाल लालजी टंडन को सौंप देंगे. सीएम कमलनाथ के बयान के बाद भाजपा सत्ता की कोशिशों में लग गई है. हाल ही में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन की थी जिसके बाद से ही कमलनाथ सरकार संकट में आ गई थी.
भोपाल. मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद संकट में आई कांग्रेस सरकार आखिरकार गिर गई. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस्तीफे का ऐलान किया. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कमलनाथ सरकार को आज यानी शुक्रवार शाम 5 बजे तक फ्लोर टेस्ट करने का आदेश दिया था. उससे पहले ही कमलनाथ ने प्रेस वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की जानकारी दे दी.
सीएम कमलनाथ ने कहा कि वे शाम को राज्यपाल लालजी टंडन को अपना इस्तीफा सौंपेंगे. कमलनाथ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सोचती है कि मेरे प्रदेश को हराकर के खुद जीत जाएगी. लेकिन वे ऐसा कभी नहीं कर सकते हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम कमलनाथ ने कहा कि बेंगलुरु में बंधक बनाए गए विधायकों के पीछे का सच इस देश की जनता देख सकती है. कमलनाथ ने आगे कहा कि सच बाहर आएगा और लोग उन्हें (भाजपा) को नहीं छोड़ेंगे.
#MadhyaPradesh CM Kamal Nath: I have decided to tender my resignation to the Governor today. pic.twitter.com/jgaRf6F0K2
— ANI (@ANI) March 20, 2020
सिंधिया के जाने बाद कैसे संकट में आई कमलनाथ सरकार
कांग्रेस में 18 साल रहे राहुल गांधी के करीबी ज्योतिरादित्य सिंधिया पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मुलाकात के बाद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. सिंधिया के साथ 22 विधायकों ने उनका समर्थन करते हुए अपना इस्तीफा भी सौंप दिया. इन विधायकों में कमलनाथ की सरकार के 6 मंत्री भी शामिल हैं. विधायकों के इस्तीफे के बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने और कमलनाथ की सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया.
राज्यपाल ने हालात देखते हुए कमलनाथ सरकार से बहुमत परिक्षण के लिए कहा. लकिन जैसे ही सदन में सत्र शुरू हुआ तो विधानसभा स्पीकर ने कोरोना वायरस के मद्देनजर जनहित का हवाला देते हुए सदन को 26 मार्च तक स्थगित कर दिया. बीजेपी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई.
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार 19 मार्च को आदेश दिया कि कमलनाथ सरकार 20 मार्च शाम 5 बजे सदन में बहुमत साबित करे. वहीं गुरुवार को विधानसभा स्पीकर ने भी सभी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार कर लिए. इससे साफ हो गया कि अब कांग्रेस सरकार पूरी तरह अल्पमत में है क्योंकि इस्तीफे स्वीकारने के बाद सदन की संख्या घट गई और बहुमत आंकड़ा कम हो गया. अब भाजपा के पास पूर्ण बहुमत है लेकिन कांग्रेस बहुमत से दूर है.