Hezbollah Warning to US Forces: ईरान के साथ युद्ध जैसे हालातों के बीच हिज्बुल्लाह ने दी चेतावनी, कहा- मध्य पूर्व में मौजूद अमेरिकी सेना ताबूतों में करेगी घर वापसी

Hezbollah Warning to US Forces: हिज्बुल्लाह ने चेतावनी दी है कि मध्य पूर्व में मौजूद अमेरिकी सेना ताबूतों में घर वापसी करेगी. सोलेमानी की मौत और एक लक्षित अमेरिकी हवाई हमले में इराकी मिलिशिया के एक शीर्ष कमांडर की मौत का जिक्र करते हुए, नसरल्लाह ने कहा कि हत्या का जवाब देना न केवल ईरान की जिम्मेदारी थी, बल्कि उसके सहयोगियों की भी जिम्मेदारी थी. हिजबुल्ला ने कहा कि मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना इन हमलों की कीमत चुकाएगी.

Advertisement
Hezbollah Warning to US Forces: ईरान के साथ युद्ध जैसे हालातों के बीच हिज्बुल्लाह ने दी चेतावनी, कहा- मध्य पूर्व में मौजूद अमेरिकी सेना ताबूतों में करेगी घर वापसी

Aanchal Pandey

  • January 6, 2020 10:51 am Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. हिज्बुल्लाह नेता सैय्यद हसन नसरल्लाह ने रविवार को कहा कि मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना ईरानी मेजर जनरल कासेम सोलेमानी की हत्या की कीमत चुकाएगी. यह कहते हुए चेतावनी भी दी है कि अमेरिकी सैनिक और अधिकारी ताबूतों में घर लौटेंगे. सोलेमानी की मौत और एक लक्षित अमेरिकी हवाई हमले में इराकी मिलिशिया के एक शीर्ष कमांडर की मौत के बारे में बात करते हुए, नसरल्लाह ने कहा कि हत्या का जवाब देना केवल ईरान की जिम्मेदारी नहीं थी, बल्कि उसके सहयोगियों की भी जिम्मेदारी थी. लेकिन अमेरिकी नागरिकों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए.

बता दें कि 1982 में ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स द्वारा स्थापित, लेबनानी समूह हिज़बुल्लाह एक ईरानी समर्थित क्षेत्रीय सैन्य गठबंधन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. ईरान के पूर्व प्रख्यात सैन्य कमांडर सोलीमनी को शुक्रवार को वाशिंगटन और तेहरान के बीच लंबे समय से चली आ रही शत्रुता वाले क्षेत्र में एक हमले में मार दिया गया और मध्य पूर्व में व्यापक संघर्ष शुरू हो गया. नसरल्लाह ने कहा, इस उद्देश्य के लिए उचित सजा है इस क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य उपस्थिति जैसे अमेरिकी सैन्य ठिकानों, अमेरिकी नौसैनिक जहाजों, हमारे देशों और क्षेत्र में हर अमेरिकी अधिकारी और सैनिक को निशाना बनाएं. नसरल्लाह ने कहा, अमेरिकी सेना वह है जिसने उन्हें मार दिया और वो कीमत चुकाएगा. हालांकि क्षेत्र में अमेरिकी नागरिकों को छुआ नहीं जाना चाहिए क्योंकि यह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एजेंडे की सेवा करेगा.

नसरुल्ला ने 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति का जिक्र करते हुए कहा, जब अमेरिकी सैनिकों और अधिकारियों के ताबूतों को अमेरिका ले जाया जाना शुरू हो जाता है तो ट्रम्प और उनके प्रशासन को एहसास होगा कि वे वास्तव में इस क्षेत्र को खो चुके हैं और चुनाव हार जाएंगे. अक्टूबर 1983 में बेरूत में अमेरिकी समुद्री मुख्यालय को नष्ट करने वाले आत्मघाती बम विस्फोट के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका हिजबुल्लाह को जिम्मेदार ठहराता है, जिसने 241 सैनिकों की हत्या की, और अमेरिकी दूतावास पर उसी वर्ष आत्मघाती बम विस्फोट किया. अगले वर्ष लेबनान से अमेरिकी सेना पीछे हट गई. उन हमलों के एक स्पष्ट संदर्भ में, नसरल्लाह ने कहा कि संभावित आत्मघाती हमलावर इस क्षेत्र में अतीत की तुलना में अधिक संख्या में मौजूद थे.

Also read, ये भी पढ़ें: US Iran War Clash Situation: इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइल अटैक के बाद भड़के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बोले- ईरान नहीं सुधरा तो 52 ठिकानों पर हमला करेंगे और दुनिया देखेगी

US Iran Tension: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बोले- कासिम सुलेमानी लंदन से लेकर नई दिल्ली तक आतंकी साजिश रचने के लिए था जिम्मेदार

Australia Bush Fires Video: ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी भीषण आग से हाहाकार, 50 करोड़ जानवर मरे, 24 लोगों की मौत, देखें दिल दहलाने वाले वीडियो

Sikh Man killed In Pakistan: पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सिखों पर जुल्म बढ़े, ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर हमले के बाद अब पेशावर में पाक के पहले सिख न्यूज एंकर के भाई की हत्या

Tags

Advertisement