कार्सन को मुस्लिम बच्चे की चुनौती, मैं बनूंगा अमेरिकी प्रेसिडेंट
अमेरिकी राष्ट्रपति पद पर मुस्लिम को बिठाने के खिलाफ बोले रिपब्लिकन नेता बेन कार्सन को अमेरिका के मिनेसोटा राज्य के 12 साल के एक मुस्लिम बच्चे ने वीडियो संदेश में कहा है कि वो अमेरिका का पहला मुसलमान राष्ट्रपति बनेगा और बनेगा तो हर धर्म और हर नस्ल के लोगों को बराबर सम्मान देगा. बेन कार्सन 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की रेस में हैं और हाल में हुए सर्वे के मुताबिक पार्टी के अंदर तीसरे नंबर पर चल रहे हैं.
September 25, 2015 4:33 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
वाशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति पद पर मुस्लिम को बिठाने के खिलाफ बोले रिपब्लिकन नेता बेन कार्सन को अमेरिका के मिनेसोटा राज्य के 12 साल के एक मुस्लिम बच्चे ने वीडियो संदेश में कहा है कि वो अमेरिका का पहला मुसलमान राष्ट्रपति बनेगा और बनेगा तो हर धर्म और हर नस्ल के लोगों को बराबर सम्मान देगा. बेन कार्सन 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की रेस में हैं और हाल में हुए सर्वे के मुताबिक पार्टी के अंदर तीसरे नंबर पर चल रहे हैं.
मिनेसोटा राज्य के 12 साल के बच्चे यूसुफ दयुर ने कार्सन के बयान के जवाब में एक वीडियो संदेश जारी किया है जिसमें यूसुफ सीधे कार्सन से पूछा है कि अगर कोई कार्सन से ये कहे कि वो इसलिए अमेरिका का राष्ट्रपति नहीं बन सकते क्योंकि वो ईसाई हैं या ब्लैक हैं तो उन्हें कैसा लगेगा.
यूसुफ के पापा बोले, वीडियो बनाने के लिए मजबूर हो गया बेटा
यूसुफ़ के पिता हसन मोहम्मद ने अमेरिका के एबीसी न्यूज़ को इंटरव्यू में बताया कि कार्सन के बयान से यूसुफ काफी दुखी था और उसे वीडियो बनाने के लिए मजबूर होना पड़ा. ये वीडियो उसकी मां शुकरी अबुकर ने फेसबुक और यू-ट्यूब पर अपलोड किया है. हसन ने कहा कि उनका बेटा राजनीति में कदम रखेगा और इसकी शुरुआत वो अपने स्कूल का अध्यक्ष बनने से करेगा.
कार्सन बोले थे, मुसलमान नहीं हो अमेरिका का राष्ट्रपति
बेन कार्सन ने ‘एनबीसी’ के ‘मीट द प्रेस’ कार्यक्रम में कहा था, “मैं इससे बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं कि किसी मुसलमान के हाथ में अमेरिका की बागडौर सौंप दी जाए. कार्सन से पूछा गया कि क्या धर्म राष्ट्रपति पद के लिए मायने रखता है तो उनका कहना था, “यह इस बात पर निर्भर करता है कि उनकी आस्था कैसी है? यदि आस्था अमेरिकी मूल्यों और सिद्धातों से अलग है तो निश्चित रूप से यह मायने रखेगा. अगर यह अमेरिकी प्रभुता और संविधान के अनुसार है तब इससे कोई परेशानी नहीं है.”
भड़काऊ बयान देने के बाद से कार्सन को मिल रहा ज्यादा चंदा
कार्सन के बयान की सोशल मीडिया पर बहुत आलोचना हो रही है. डेमोक्रेट पार्टी से अमेरिकी राष्ट्रपति की रेस में शामिल हिलेरी क्लिंटन ने भी कार्सन की आलोचना की है. वैसे, कार्सन के इस बयान के बाद उन्हें ज्यादा चंदा मिलने लगा है जिसके आधार पर कहा जा रहा है कि उनके बयान को अमेरिका में काफी समर्थन मिला है. रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति की रेस में शामिल लोगों में उनसे आगे एक नंबर पर रिएल एस्टेट की दुनिया के बादशाह डोनाल्ड ट्रंप और दूसरे नंबर पर एचपी कंपनी की पूर्व सीईओ कार्ली फिओरिना चल रही हैं.