लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस बार शिया और सुन्नी समुदाय ने मिलकर एक नई इबारत लिखी है. बकरीद के मौके पर कुछ युवाओं की पहल पर शुक्रवार को दोनों समुदायों ने इत्तेहाद की नई मिसाल कायम की. इस पहल का नाम था ‘शोल्डर्स-टू-शोल्डर्स’. ‘शोल्डर्स-टू-शोल्डर्स’ संगठन के संयोजक हैदर ने कहा कि आज […]
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इस बार शिया और सुन्नी समुदाय ने मिलकर एक नई इबारत लिखी है. बकरीद के मौके पर कुछ युवाओं की पहल पर शुक्रवार को दोनों समुदायों ने इत्तेहाद की नई मिसाल कायम की. इस पहल का नाम था ‘शोल्डर्स-टू-शोल्डर्स’.
‘शोल्डर्स-टू-शोल्डर्स’ संगठन के संयोजक हैदर ने कहा कि आज जब पूरी दुनिया एकता की बात कर रही है तो मुसलमान क्यों एक-दूसरे के दुश्मन बने हुए हैं.
उन्होंने बताया कि कई और दोस्तों से बात की तो सभी के दिल में यही सवाल था कि एक ही मजहब के अनुयायी आपस में क्यों लड़ रहे हैं. बस, तय किया कि इस बकरीद पर दोनों समुदाय एकसाथ नमाज अता कर पूरी दुनिया के सामने एकता की मिसाल कायम करेंगे.
हैदर की मानें तो इसके बाद से ही उन्होंने दोस्तों का एक ग्रुप बना लिया ‘शोल्डर्स-टू-शोल्डर्स’. जल्द ही फेसबुक पर भी एक पेज बन गया, जहां दुनियाभर से लोगों ने इस नेक मकसद की तारीफ की.
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना कल्वे सादिक ने कहा कि यह बहुत ही अच्छी पहल है. शिया और सुन्नियों की इबादत और उसके तरीके तकरीबन एक जैसे ही हैं. दोनों में सिर्फ बकरीद उल फितर और ईद-उल-अज्हा की नमाज के तरीके कुछ अलग हैं.
IANS