DWC Chief Swati Maliwal Falls Unconscious: बलात्कारियों की फांसी की मांग पर पिछले 13 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल बेहोश हो गई है. उन्हें इलाज के लिए एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मालूम हो कि स्वाति मालीवाल निर्भया कांड के दोषियों को फांसी दिलाने के लिए अनशन पर बैठी हैं. स्वाति मालीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिट्ठी लिखी थी, लेकिन इसके बावजूद निर्भया कांड के दोषियों पर त्वरित कार्रवाई नहीं हुई. केंद्र सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनसे मिलने राजघाट नहीं पहुंचा है. इससे वह काफी दुखी थी.
नई दिल्ली. DWC Chief Swati Maliwal Falls Unconscious: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल बलात्कारियों की फांसी की मांग पर पिछले 13 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठी दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल बेहोश हो गई है. उन्हें इलाज के लिए एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अनशन की वजह से स्वाति मालीवाल का वजन भी घटा है. दिल्ली महिला आयोग के मुताबिक स्वाति मालीवाल कमजोर के चलते बात करने में भी समर्थ नहीं है. मालूम हो कि स्वाति मालीवाल निर्भया कांड के दोषियों को फांसी दिलाने के लिए अनशन पर बैठी हैं. इस मामले को लेकर वह पहले भी अनशन कर चुकी हैं.
बता दें कि बीते 13 दिनों से स्वाति माल कुछ भी खा पी नहीं रही है. जिसके चलते उनका 7 किलो वजन कम हो गया है. देर रात डॉक्टर्स की टीम ने स्वाति मालीवाल का चेकअप किया था और तुरंत अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी थी. लेकिन उन्होंने डॉक्टर की सलाह नहीं मानी थी और आज सुबह वह बेहोश हो गई. दिल्ली महिला आयोग की एक सदस्य ने बताया कि स्वाति मालीवाल के अनशन का आज 13वां दिन था. उनसे जुड़े लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार का कोई भी प्रतिनिधि उनसे मिलने राजघाट नहीं पहुंचा है. इससे वह काफी दुखी थी.
Delhi: Delhi Commission of Women (DCW) Chief Swati Maliwal put on IV (intravenous) at LNJP hospital, after being on hunger strike for more than 10 days, demanding death penalty for convicts in rape cases within 6 months. https://t.co/gFAtESeQ1m pic.twitter.com/3gQSXM354n
— ANI (@ANI) December 15, 2019
स्वाति मालीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी चिट्ठी लिखी थी, लेकिन इसके बावजूद निर्भया कांड के दोषियों पर त्वरित कार्रवाई नहीं हुई. निर्भया के दोषी आज भी जेल में बंद हैं उन्हें फासी नहीं दी गई है. अनशन स्थल से ही स्वाति मालीवाल ने महिला सांसदों को पत्र लिखा था. पत्र में उन्होंने बलात्कारियों के लिए सख्त कानून की मांग संसद में उठाने की मांग की थी. स्वाति ने अपने महिला सांसदों को लिखे अपने पत्र में यह भी कहा था कि यदि आप मांग संसद में नहीं उठा पाती तो उम्मीद करूंगी कि राजघाट आकर देश की बेटियों के अनशन में भाग लेंगी और तब तक नहीं उठेंगी जब तक देश में महिला अपराध के खिलाफ मजबूत तंत्र नहीं बना जाता.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने कहा था कि सिर्फ कानून बना देना काफी नहीं है. उसको लागू भी करना होगी. इसलिए यह जरूरी है कि तत्काल सभी रेपिस्टो को छह महीने में फांसी की सजा का कानून लागू हो. स्वाति मालीवाल ने महिला सांसदों से कम से कम छह मांगे संसद में उठाने की मांग की है. उनकी पहली मांग है कि निर्भया के दोषियों को तुरंत फांसी दी जाए. क्योंकि फांसी की सजा का ऐलान हुए 8 साल हो गए हैं.