नई दिल्ली. एम्स के पूर्व सतर्कता अधिकारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने वाले भारतीय वन सेवा के अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने मैग्सैसे अवार्ड में मिली ईनाम राशि को एम्स में आए गरीब मरीजों के ईलाज में लगाने का फैसला किया है. संजीव ने एम्स को लिखे खत में कहा है कि वह इस राशि का उपयोग गरीब और जरुरतमंद मरीजों के लिए कर सकता है.
संजीव को 19.85 लाख रुपये की धनराशि अवार्ड में मिली है जिसमें 5.63 लाख टैक्स भरने के बाद उन पर करीब 12 लाख की राशि बचती है, जिसे संजीव ने दान देने का फैसला किया है. 2002 बैच के हरियाणा कैडर के आईएफएस अधिकारी संजीव चतुर्वेदी को हाल ही में उत्तराखंड कैडर दिया गया है. एम्स में रहते हुए उन्होंने करप्शन के खिलाफ तगड़ी लड़ाई लड़ी थी.