विश्व अल्जाइमर दिवस: सब भूल जाइए पर इस बीमारी को नहीं

लखनऊ. क्या आप लोगों के नाम, पता या नंबर भूल जाते हैं? जेब में चश्मा रखकर पूरे घर में खोजते हैं? अगर ऐसा है तो ये सब आपके लिए एल्जाइमर जैसे गंभीर रोग की ओर इशारा करती है. दुनियाभर में 21 सितंबर को अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है. अल्जाइमर एक तरह की भूलने की बीमारी है, […]

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विश्व अल्जाइमर दिवस: सब भूल जाइए पर इस बीमारी को नहीं

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  • September 20, 2015 4:56 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago

लखनऊ. क्या आप लोगों के नाम, पता या नंबर भूल जाते हैं? जेब में चश्मा रखकर पूरे घर में खोजते हैं? अगर ऐसा है तो ये सब आपके लिए एल्जाइमर जैसे गंभीर रोग की ओर इशारा करती है.

दुनियाभर में 21 सितंबर को अल्जाइमर दिवस मनाया जाता है. अल्जाइमर एक तरह की भूलने की बीमारी है, जो सामान्य तौर पर बुजुर्गो में होती है. अल्जाइमर एक ऐसा रोग है, जिसमें मरीज की याद रखने की शक्ति कमजोर हो जाती है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे ये रोग भी बढ़ता जाता है.

विशेषज्ञों के अनुसार, इस रोग के मरीज सामान रखकर भूल जाते हैं, उसके अलावा मरीज चिड़चिड़ा, शक्की, अचानक रोने लगना जैसी हरकतें करने लगता है. साथ ही मरीज की  भाषा और बातचीत करने के तरीके में भी बदलाव आ जाता है.

इस बीमारी से कैसे पाए निजात ?

  • मरीजों को इस रोग से निजात पाने के लिए अपनी दिनचर्या को सहज और नियमित बनाना चाहिए. साथ ही वक्त पर भोजन, नाश्ता, बटन रहित कुर्ता पजामा, सुरक्षा आदि पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. रोगी का कमरा खुला और हवादार हो.
  • मरीजों के इलाज के लिए कुछ ऐसी दवाएं उपलब्ध हैं, जिनके सेवन से ऐसे रोगियों की याददाश्त और उनकी सूझबूझ में सुधार हो सकता है. ये दवाएं रोगी के लक्षणों की तीव्रता को कम करने और उन्हें दूर करने में सहायक होती हैं.
  • इन दवाओं से मस्तिष्क के रसायनों के स्तर में बदलाव आता है और ये बदलाव मरीजों की मानसिक स्थिति में सुधार लाता है. इसके अलावा इस रोग में मरीजों के परिजनों की काउंसलिंग की भी जरूरत पड़ती है, ताकि वे मरीज की ठीक तरह से देखभाल कर सकें. (IANS)

 

 

 

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