Happy Birthday Virender Sehwag: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं. वीरेंद्र सहवाग अपने क्रिकेट करियर में काफी सफल रहे. वह भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले भारत के पहले बल्लेबाज हैं. उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में दो तिहरे शतक शामिल हैं. वीरेंद्र सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान दुनियाभर क सभी मैदानों पर खूब रन बरसाए हैं. सहवाग के सामने कितना भी करिश्माई बॉलर क्यों न रहा हो लेकिन उन्होंने कभी अपने खेलने का अंदाज नहीं बदला. वह हमेशा गेंदबाज पर हावी रहते थे.
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विध्वंसक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं. वीरेंद्र सहवाग ने सलामी बल्लेबाज के तौर पर बल्लेबाजी की नई परिभाषा गढ़ी. उनकी आक्रामक बल्लेबाजी की विवियन रिचर्ड्स जैसे दिग्गज क्रिकेटर ने भी की. वीरू अपने क्रिकेट करियर के दौरान कभी गेंदबाजों को हावी नहीं होने दिया. उनके सामने दुनिया का कितना भी महान बॉलर क्यों न हो लेकिन उन्होंने उनकी जमकर बखिया उधेड़ी. एक समय भारत की तरफ से वनडे सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग के नाम था. वीरेंद्र सहवाग किस दर्ज के बल्लेबाज थे उसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 7 वनडे शतक 77 या उससे कम गेंदों पर लगाए.
वीरेंद्र सहवाग वनडे के अलावा टेस्ट क्रिकेट में काफी सफल रहे. वह भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज हैं. इतना ही नहीं टेस्ट क्रिकेट में दुनियाभर के जिन बल्लेबाजों ने दोबार तिहरे शतक लगाए हैं उनमें वीरेंद्र सहवाग का नाम भी शामिल हैं. वीरेंद्र सहवाग टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक लगाने वाले भारत के पहले क्रिकेटर हैं. मुल्तान के सुल्तान के नाम से मशूहर वीरेंद्र सहवाग को पाकिस्तान की गेंदबाजी खूब रास आई. साल 2004 में उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में खेलते हुए तिहरा शतक लगाया. इस दौरान उन्होंने शोएब अख्तर मोहम्मद शमी और सकलैन मुस्ताक जैसे गेंदबाजों की जमकर धुनाई करते हुए 309 रन बनाए थे.
वीरेंद्र सहवाग को कई गेंदबाजों की लाइन और लेंग्थ बिगाड़ने के लिए जाना जाता है. एक समय था जब अजंता मेंडिस मेंडिस की जादुई गेंदों को खेलने से दुनियाभर के बल्लेबाज कतराते थे तो ऐसे में वीरेंद्र सहवाग मेंडिस की जमकर पिटाई की. इतना ही नहीं अजंता मेंडिस का करियर समाप्त करने में वीरेंद्र सहवाग का सबसे बड़ा योगदान रहा.
सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान दुनियाभर के हर मैदान पर रन बरसाए हैं. वीरेंद्र सहवाग की एक खासियत ये रही कि वह टेस्ट मैचों की पहली पारी में खूब सफल रहे. उन्होंने टेस्ट मैचों की पहली पारी में 22 शतक लगाए हैं. हालांकि दूसरी पारी में सहवाग उतना सफल नहीं रहे.
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वीरेद्र सहवाग के टेस्ट करियर पर अगर नजर डाली जाए तो उन्होंने 104 टेस्ट मैचों की 186 पारियों में 8,586 रन बनाए हैं. टेस्ट मैचों में उनके नाम 23 शतक और 32 अर्धशतक दर्ज हैं. टेस्ट में सहवाग का सर्वोच्च स्कोर 319 रन है. इसके अलावा 251 वनडे मैचों की 245 पारियों में 8,273 रन उनके बल्ले से निकले. एक दिवसीय मैचों में सहवाग ने 15 शतक और 38 अर्धशतक लगाए हैं. वनडे मैचों में उनका सर्वोच्च स्कोर 219 रन रहा. वीरेंद्र सहवाग ने 19 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भी टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया.
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