एथेंस. बेहतर जिंदगी के लिए यूरोप जा रहे 28 माइग्रेंट्स की रविवार को समंदर में डूबने से मौत हो गई. हादसा टर्की से ग्रीस जाते हुए समुद्र के किनारे नाव पलटने से हुआ. मरने वालों में चार नवजात और 10 बच्चे भी शामिल हैं. ये लोग लकड़ी की एक नाव पर बैठ कर जा रहे थे. इसमें कुल 125 लोग सवार थे.
इस हादसे में ही एक पिता ने 22 मिनट तक जूझने के बाद 100 मीटर तक तैर कर अपने बच्चे को बचा लिया. बता दें कि 12 दिन पहले 3 साल के एलन कुर्दी का शव समुद्र किनारे मिलने पर दुनियाभर में खूब अफसोस जताया गया था.
क्या है यूरोपियन माइग्रेशन क्राइसिस
इस साल जुलाई तक 4 लाख 38 हजार लोग यूरोपीय देशों में शरण मांग चुके हैं. बीते साल ही 5 लाख 71 हजार लोग यूरोप में शरण ले चुके हैं. रिफ्यूजियों की यह बढ़ती तादाद यूरोपीय देशों के लिए परेशानी की वजह बन गई है. खास तौर पर शेंगेन देशों में. शेंगेन एरिया के तहत कुल 26 यूरापीय देश आते हैं, जिन्होंने कॉमन बॉर्डर पर पासपोर्ट और दूसरे किस्म के बॉर्डर कंट्रोल हटा लिए हैं. कॉमन वीजा पॉलिसी के तहत यह पूरा इलाका एक देश की तरह काम करता है. यहां लोगों की आवाजाही पर पाबंदी नहीं है. यूरोपीय देशों में शरण लेने की कोशिश करने वाले लोग ज्यादातर भूमध्य सागर के जरिए वहां पहुंचने की कोशिश करते हैं. जिन देशों में ये जाते हैं, वहां इनके लिए खाना, छत और हेल्थ सर्विसेस मुहैया कराने में सरकार को दिक्कतें आती हैं.