Tej Bahadur Yadav Joins JJP, Poorva BSF Jawan Haryana CM Manohar Lal Khattare ke Khilaaf Ladenge Chunav: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 से पहले बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी, जेजेपी जॉइन कर ली है. माना जा रहा है कि वे आगामी चुनाव में सीएम मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं. जेजेपी उन्हें सीएम खट्टर के खिलाफ करनाल विधानसभा सीट से टिकट दे सकती है. पिछले दिनों तेज बहादुर यादव ने एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ने की बात कही थी.
चंडीगढ़. हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 से पहले बीएसएफ के पूर्व जवान तेज बहादुर यादव ने दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी, जेजेपी जॉइन कर ली है. माना जा रहा है कि वे आगामी चुनाव में जेजेपी के टिकट से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. इससे पहले उन्होंने घोषणा की थी कि वे करनाल विधानसभा सीट से सीएम खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. आपको बता दें कि पिछले लोकसभा चुनाव में तेज बहादुर यादव ने वाराणसी सीट से पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी नामांकन किया था. हालांकि नामांकन खारिज होने पर वे चुनाव नहीं लड़ सके थे.
हरियाणा और महाराष्ट्र में आगामी 21 अक्टूबर को एक ही चरण में वोटिंग होनी है. हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए इस दिन मतदान होगा जबकि नतीजे तीन दिन बाद यानी 24 अक्टूबर को आएंगे. बीजेपी इस चुनाव में हरियाणा में 75+ सीटों का लक्ष्य लेकर चल रही है.
पूर्व में पीएम मोदी के खिलाफ ताल ठोकने वाले तेज बहादुर यादव ने पिछले दिनों एलान किया था कि वे हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. इसके बाद उन्होंने रविवार को दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी का दामन थाम लिया है. इससे अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जेजेपी उन्हें सीएम खट्टर के खिलाफ टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार सकती है.
गौरतलब है कि तेज बहादुर यादव को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से बर्खास्त किया जा चुका है. तेज बहादुर मूलतः हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं. बीएसएफ में रहते हुए उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें सैन्यकर्मियों को मिलने वाले खाने की शिकायत की थी.
इसके अलावा उन पर सेना में रहते हुए अनुशासनहीनता के कई आरोप लगे. अप्रैल 2017 में बीएसएफ ने उन्हें कई मामलों में दोषी मानते हुए सेना से बाहर का रास्ता दिखाया था. इसके बाद से ही उन्होंने बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और राजनीति में कूद गए.