Madhya Pradesh Honeytrap Sex Scandal: मध्य प्रदेश में हनी ट्रैप सेक्स स्कैंडल का बड़ा मामला सामने आया है जिसमें प्रदेश के 8 पूर्व मंत्री और 12 अफसरों पर गाज गिरने की आशंका है. श्वेता जैन और आरती दयाल नामक आरोपी मोनिका यादव समेत कॉलेज की कई लड़कियों को नेताओं और अफसरों के पास भेजती थी और उनका सेक्स वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग के जरिये सरकारी ठेका पाने, एनजीओ फंडिंग और अफसरों को फंसाने का काम करती थी. इस मामले में आरोपी श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन और बरखा को 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा दिया गया है. वहीं आरती दयाल और मोनिका यादव नामक अन्य आरोपियों को एक अक्टूबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. एसआईटी पूछताछ में मोनिका यादव ने कई खुलासे किए हैं. जानें मोनिका ने क्या कहा.
भोपाल. Madhya Pradesh Honeytrap Sex Scandal: मध्य प्रदेश में हनी ट्रैंप सेक्स स्कैंडल के बड़े मामले का पर्दाफाश हुआ है जिसमें सरकारी ठेका पाने, अफसरों को फंसाने और एनजीओ को फंडिंग दिलाने के लिए नेताओं को टारगेट किया जाता था और उनके पास कॉलेज की छात्राओं को भेजा जाता था. इस मामले में मध्य प्रदेश के 8 पूर्व मंत्री और 12 अफसरों पर गाज गिरने की आशंका है. एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है और मध्य प्रदेश हनी ट्रैप मामले की आरोपी श्वेता विजय जैन, श्वेता स्वप्निल जैन और बरखा को 30 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा दिया गया है. वहीं आरती दयाल और मोनिका यादव नामक अन्य आरोपियों को एक अक्टूबर तक के लिए पुलिस रिमांड पर भेजा गया है.
दरअसल, इस मामले का पर्दाफाश तब हुआ, जब इंदौर नगर निगम के सुपरिटेंडिंग इंजीनियर (एसई) यानी अधीक्षण अभियंता हरभजन सिंह ने पुलिस में ब्लैकमेलिंग की शिकायत की. उन्होंने बताया कि मेरे पास मोनिका यादव को भेजा गया और सेक्स वीडियो बनाकर 3 करोड़ मांगा गया. 2 करोड़ में सौदा फाइनल हुआ. इसके बाद हरभजन सिंह ने अपने परिवार को विश्वास में लेकर पुलिस में शिकायत की और फिर पुलिस ने श्वेता, आरती, मोनिका समेत 6 लोगों को अरेस्ट किया, जिसमें एक ड्राइवर भी है.
एसआईटी पूछताछ में मोनिका यादव ने बताया कि अच्छे कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर उससे श्वेता ने ये काम करवाया और अफसरों के पास भेजा. मोनिका ने बताया कि श्वेता के कई बड़े अफसरों से संबंध थे और वह मुझे मंत्रालय भी ले गई जहां उसकी मुलाकात अधेड़ उम्र के कई अफसरों से हुई. श्वेता ने मोनिका के परिवार का विश्वास जीतने के लिए प्रलोभन भी दिया. श्वेता मोनिका को ऑडी कार से अफसरों के पास भेजती थी.
एसआईटी के एक अधिकारी की मानें तो मोनिका को जब श्वेता के नापाक इरादे के बारे में पता चला तो वह उसे ना बोलकर घर आ गई. इसके बाद आरती दयाल मोनिका के घर पहुंची और उसके पैरेंट्स को मनाया कि उसका खर्चा एक एनजीओ वहन करेगा. बाद में आर्थिक मजबूरी में मोनिका भी इसमें शामिल हो गई. इस हनी ट्रैप में आरती और श्वेता ने कॉलेज की कई लड़कियों को फंसाया और उन्हें नेताओं और अधिकारियों के पास भेजा.
मोनिका की तरह ही आरती दयाल नामक लड़की भी श्वेता के झांसे में आ गई और उसके लिए काम करने लगी. मोनिका ने बताया कि उसे श्वेता ने सेक्रेटरी रैंक के 3 अधिकारियों से मिलाया. मोनिका और आरती समेत अन्य लड़कियों के साथ इन अधिकारियों को सुलाकर सेक्स वीडियो बनाया और उन्हें ब्लैकमेल किया. बाद में विभिन्न कंपनियों को दलाली और कमीशन के आधार पर सरकारी ठेका और काम दिलाया.