12.5 Lakh Crore Investors Wealth Wiped Out In Modi Government 2.0: केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. सरकार ने अपनी उपलब्धियों की बुकलेट भी जारी की है. लेकिन अभी तक सरकार को आर्थिक मोर्च पर निराशा ही हाथ लगी है. नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शुरु होने के 100 दिनों के भीतर ही निवेशकों के 12.5 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं. निवेशक बाजार से पैसा निकाल रहे हैं. साथ ही बाजार में नया निवेश करने से कतरा रहे हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय है.
नई दिल्ली. 12.5 Lakh Crore Investors Wealth Wiped Out In Modi Government 2.0: केंद्र की मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. सरकार ने अपनी उपलब्धियों की बुकलेट भी जारी की है. लेकिन अभी तक सरकार को आर्थिक मोर्च पर निराशा ही हाथ लगी है. नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शुरु होने के 100 दिनों के भीतर ही निवेशकों के 12.5 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं. निवेशक बाजार से पैसा निकाल रहे हैं. साथ ही बाजार में नया निवेश करने से कतरा रहे हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय है. सोमवार को शेयर मार्केट बंद होने तक बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेंड कंपनियों की बाजार पूंजी 144115316.39 करोड़ रुपये थी, जबकि मोदी सरकार के सत्ता संभालने से एक दिन पहले यह बाजार मूल्य 15362936.40 करोड़ रुपये था. 30 मई से अब तक बीएसई का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 5.96 फीसदी, या 2357 अंक लुढ़क चुका है, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के संवेदी सूचकांक निफ्टी में 30 मई से अब तर 7.23 प्रतिशत या 858 अंक की गिरावट दर्ज की गई है.
देश की अर्थव्यवस्था में निवेशकों का भरोसा जगाए रखने के लिए मोदी सरकार द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं. बीते कुछ दिनों में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की तरफ से अर्थव्यवस्था में तेजी लाने के उद्देश्य से कई बड़े ऐलान किए गए हैं, लेकिन अभी तक उसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है. आर्थिक विश्लेषकों का मानना है अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती चक्रीय है और इससे उबरने में थोड़ा समय और लगेगा. निवेशकों को वैश्विक परिदृश्यों को ध्यान रखते हुए धैर्य रखने की जरूरत होती है.
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिनों में जिन कंपनियों के शेयरों में तेजी आई है, उनमें एचडीएफसी, एएमसी, रिलायंस निप्पोन लाइफ एम, जाइडस वेलनेस, अपोलो हॉस्पिटल एंटरप्राइजेज, एबॉट इंडिया, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी आदि प्रमुख है. वहीं इस दौरान जिन कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट आयी है, उनमें एचएसआईएल, कॉफी डे एंटरप्राइजेज, जेट एयरवेज, रिलांयस कैपिटल, इंडियाबुल्स इंटीग्रेटेड सर्विस, सीजी पॉवर एंड इंडस्ट्रियल सॉल्यूशन जैसी कंपनियां प्रमुख है.