RSS सिर्फ विचार-विमर्श करता है, निर्देश नहीं देता: राजनाथ

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने RSS के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों की हाल ही में हुई बैठकों की तुलना थिंक टैंक के अंदर होने वाले विचार विमर्श से की. इसके साथ ही सिंह ने विपक्ष के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरकार का संचालन कर रहा है और बैठकें एनडीए सरकार के कामकाज के मूल्यांकन के लिए की गई थीं. सिंह ने कहा कि सरकार का कोई मूल्यांकन नहीं किया गया. अच्छे या बुरे को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई.

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RSS सिर्फ विचार-विमर्श करता है, निर्देश नहीं देता: राजनाथ

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  • September 7, 2015 3:43 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने RSS के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रियों की हाल ही में हुई बैठकों की तुलना थिंक टैंक के अंदर होने वाले विचार विमर्श से की. इसके साथ ही सिंह ने विपक्ष के उन आरोपों को खारिज कर दिया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरकार का संचालन कर रहा है और बैठकें एनडीए सरकार के कामकाज के मूल्यांकन के लिए की गई थीं. सिंह ने कहा कि सरकार का कोई मूल्यांकन नहीं किया गया. अच्छे या बुरे को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई.
 
राजनाथ ने कहा कि चाहे अर्थव्यवस्था हो, शिक्षा, संस्कृति, राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक सद्भाव, हमने देश से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा की. यह एक विचार मंच (थिंक टैंक) था जिसमें सभी मुद्दों पर चर्चा की गई. मंत्री ने इस विचार को खारिज कर दिया कि संघ ने एनडीए सरकार के 15 महीने के कामकाज की समीक्षा की थी. गृह मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि आरएसएस कभी निर्देश नहीं देता बल्कि केवल सुझाव देता है और किसी सुझाव पर चर्चा करने में कुछ भी गलत नहीं है. RSS के साथ बैठक पर बोले राजनाथ, संघ सुझाव देता है निर्देश नहीं गृह मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि आरएसएस कभी निर्देश नहीं देता बल्कि केवल सुझाव देता है और किसी सुझाव पर चर्चा करने में कुछ भी गलत नहीं है.
 
सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री की तरह वह खुद भी आरएसएस के स्वयंसेवक हैं और किसी को भी इससे कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. विपक्ष के आरोप कि मोदी सरकार को आरएसएस चला रही है, उन्होंने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है. यह पूरी तरह बेबुनियाद है. आरएसएस की तीन दिवसीय समन्वय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री और कई वरिष्ठ मंत्रियों के साथ ही सरकार और भाजपा का शीर्ष नेतृत्व आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और संघ के शीर्ष नेताओं के साथ आमने सामने बैठा. प्रधानमंत्री बैठक के आखिरी दिन चर्चा में शामिल हुए थे. कांग्रेस ने बैठक में शामिल होने के लिए मंत्रियों की आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि आरएसएस रिमोट कंट्रोल से मोदी सरकार का संचालन कर रहा है.

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