Yogi Aadityanath iTV Mahrajganj Medical Camp: यूपी के महाराजगंज जिले में आईटीवी फाउंडेशन की ओर से इन्सेफेलाइटिस समेत अन्य बीमारियों के लिए जागरूक अभियान चलाया गया. कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. आईटीवी नेटवर्क के संस्थापक कार्तिकेय शर्मा ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हुए कहा कि आईटीवी नेटवर्क बेहतर स्वास्थ्य वातावरण बनाने की दिशा में प्रयासरत है और इसके लिए हमारी मुहिम लगातार कोशिश कर रही है.
महाराजगंज. ITV Foundation Camp on Encephalitis in Maharajganj: आईटीवी फाउंडेशन की एक मुहिम एक लक्ष्य कार्यक्रम रविवार 18 अगस्त को उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में आयोजित किया गया, जिसमें चीफ गेस्ट के रूप में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ शामिल हुए. आईटीवी फाउंडेशन द्वारा महाराजगंज स्थित आईटीएम कॉलेज में दो दिनों के लिए लगाए गए फ्री हेल्थ कैंप का भी सीएम योगी ने उद्घाटन किया. कार्यक्रम में आईटीवी नेटवर्क के संस्थापक कार्तिकेय शर्मा ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हुए कहा कि आईटीवी नेटवर्क बेहतर स्वास्थ्य वातावरण बनाने की दिशा में प्रयासरत है और इसके लिए हमारी मुहिम लगातार कोशिश कर रही है.
आईटीवी ने यह फ्री हेल्थ कैंप इन्सेफेलाइटिस यानी दिमागी बुखार के बारे में जागरूकता फैलाने के साथ ही फ्री हेल्थ चेकअप और दवा वितरण के लिए आयोजित किया गया है. इस मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और आईटीवी फाउंडेशन के संस्थापक कार्तिकेय शर्मा ने जरूरतमंद लोगों को हेल्थ किट्स दिए.
iTV Network Ek Muhim, Ek Lakshya health camp: महाराजगंज में लगे फ्री हेल्थ कैंप में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और आईटीवी फाउंडेशन के संस्थापक कार्तिकेय शर्मा ने जरूरतमंद लोगों को हेल्थ किट्स बांटे. @SrBachchan @myogioffice @myogiadityanath @discoverRB @narendramodi @NewsX pic.twitter.com/MZjayvzthE
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सीएम योगी आदित्यनाथ ने ITV फाउंडेशन मुहिम कार्यक्रम की तारीफ की. उन्होंने कहा कि आईटीवी फाउंडेशन को इंसेफेलाइटिस बीमारी के संबंध में मीडिया के माध्यम से आम लोगों तक पहुंचाने के लिए धन्यवाद देता हूं. सीएम ने कहा कि इंसेफेलाइटिस, कुपोषण जौसी तमाम बीमारियां. थोड़ी बहुत लापरवाही के कारण दशकों से बच्चों को होती आ रही हैं. 1998 में जब गोरखपुर से सांसद बना तो पहली बार गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में इस बीमारी के मरीज देखने को मिले. उस समय प्रशासन स्तर पर इस बीमारी की जागरूकता के लिए कोई कार्यक्रम नहीं किया जाता थ. यह बीमारी केवल भगवान भरोसे ही थी.
आईटीवी फाउंडेशन की एक मुहिम एक लक्ष्य कार्यक्रम में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन्सेफेलाइटिस के खात्मे से जुड़ी पहल की सराहना की.@SrBachchan @myogioffice @myogiadityanath @discoverRB @narendramodi @SahilTa45570980 @swachhindia @gooddaysharma @RaviBha24785910 @NewsX pic.twitter.com/GJwmhCFt51
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हमारी सरकार ने किया बड़ा काम
हम लोगों ने अलग से बीआरडी कॉलेज में बीमारी के लिए अलग से वार्ड बनवाए. 2006-7 में एक बायोलॉजी सेंटर की स्थापना की. पिछले ढाई साल के कार्यकाल के दौरान जिन 28 जिलों में इस बीमारी का प्रकोप था, वहां पर हमारी सरकार ने बड़ी उपलब्धी हासिल की है. मैं जानता था कि इन बीमारियों का उपचार से ज्यादा बचाव महत्वपूर्ण हैं. बेसिक लेवल पर काम किया गया. विभिन्न विभागों के लिए अपने अपने काम सौंपे गए. नगर विकास की जिम्मदेदारी थी कि वहां पर पेयजल की व्यवस्था करे. लोगों को पानी साफ करके पीने की जानकारी दी गई. पंचायती राज को जिम्मेदारी दी गई कि जिन लोगों के पास शौचालय नहीं हैं वहां शौचालय बनवाए जाएं. इसी कड़ी में 1 करोड़ 60 लाख लोगों को शौचालय बनाकर दिया गया. वहीं अभी 44 लाख और लोगों के लिए शौचालाय दिए जा रहे हैं.
गंदे पानी से होती है यह बीमारी
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताय कि इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियां गंदे पानी के भराव से होती हैं. गंदे पानी में मच्छर-कीड़ें, जीवाणु आदि पनपते हैं और फिर बच्चों को काटते हैं. इंसेफेलाइटिस से बचने के लिए स्वच्छता के विशेष अभियान चलाए गए. 1977-78 से बीरडी कॉलेज में अगस्त 500-700 लोग भर्ती होते थे, जिनमें 150 लोग की मौत होती थी, लेकिन पिछले वर्ष सिर्फ इंसेफेलाइटिस के 86 मरीज ही भर्ती हुए, जिनमें से सिर्फ 6 बच्चों की मौत हुई. अकेले महाराजगंज में साल 2017 में जापानी बीमारी के 400 मामले सामने आए. इनमें से 68 लोगों की मौत हो गई थी.
आईटीवी फाउंडेशन के फ्री हेल्थ कैंप कार्यक्रम में सीएम योगी बोले- गंदे पानी में मच्छर पैदा होते हैं और फिर बच्चों को काटते हैं. इसे रोकने के लिए अभियान चलाए गए. @SrBachchan @myogioffice @myogiadityanath @discoverRB @narendramodi @SahilTa45570980 @swachhindia @gooddaysharma @NewsX
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छोटे स्तर पर अधिकारियों की है अहम जिम्मेदारी
इंसेफेलाइटिस, कुपोषण से निपटने के लिए खास जिम्मेदारी छोटे-छोटे स्तर पर प्रधान, पार्षदों और अधिकारियों की है. इन लोगों का दायित्व बनता है कि जिन लोगों के पास शौचालय नहीं हैं, वहां पर शौचालय बनाकर दें. गांव में रहने वाले लोगों के साथ-साथ शहरी लोगों और सफाई वालों को सफाई जागरूक कार्यक्रम से जोड़ना पड़ेगा. व्यक्ति स्वस्थ्य रहेगा तो देश सशक्त हो जाएगा. अगर किसी गांव में किसी परिवार के पास इस बीमारी का इलाज करान के लिए पैसे नहीं हैं तो ग्राम प्रधान अपनी निधि के एक निश्चित राशि से लोगों का इलाज कर सकते हैं. प्रदेश में डायल 108 नंबर एम्बुलेंस सेवा भी मौजूद है. सरकार की योजनाएं आपको उत्तम स्वास्थ्य की गारंटी देती है.
आईटीवी फाउंडेशन के फ्री हेल्थ कैंप कार्यक्रम में सीएम योगी बोले- सफाई वालों को जागरूकता कार्यक्रम से जोड़ना पड़ेगा. @SrBachchan @myogioffice @myogiadityanath @Kartikeya_iTV @discoverRB @narendramodi @SahilTa45570980 @swachhindia @gooddaysharma @RaviBha24785910 @NewsX pic.twitter.com/oZFlSWVDm3
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सीएम योगी ने की अपील
सीएम ने कहा कि कुपोषण, इंसेफेलाइटिस बीमारी ये सभी आपस में जुड़े हुए हैं. अगर लोग इनके खिलाफ चलने वाले अभियान का हिस्सा बन जाएं तो इससे निजात मिल जाएगी. मैं चाहुंगा कि आईटीवी फाउंडेशन यूपी के अन्य जिलों जैसे- कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, देवरिया में भी कैंप लगाकर लोगों को इन बीमारियों के प्रति जागरूक करें. अंत में सीएम योगी ने आईटीवी फाउंडेशन को इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई दी.
फ्री हेल्थ कैंप कार्यक्रम में सीएम योगी बोले- चाहता हूं कि आईटीवी फाउंडेशन कुशीनगर सिद्धार्थनगर, देवरिया में भी हेल्थ कैंप लगाए.@SrBachchan @myogioffice @myogiadityanath @Kartikeya_iTV @discoverRB @narendramodi @SahilTa45570980 @swachhindia @gooddaysharma @RaviBha24785910 @NewsX pic.twitter.com/2Y4Yx7gXoB
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