Singh Sankranti 2019: सावन महीने की शुरुआत से ही व्रत और त्योहार का भी सिलसिला शुरू हो जाता है. यही कारण है कि सावन और भादो महीने का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. भादो महीने में ही सिंह संक्राति पड़ती है जिसे हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. वास्तव में भादो मास में कई राशियों एंव ग्रहों में परिवर्तन होता है जिसके चलते वे अपनी चाल बदलते हैं. माना जाता है कि सिंह संक्रांति के अवसर पर घी खाना बड़ा ही फायदेमंद होता है. जानिए सिंह संक्रांति के दिन घी खाने के पीछे क्या है मान्यता.
Singh Sankranti 2019: सावन महीने की शुरुआत से ही व्रत और त्योहार का भी सिलसिला शुरू हो जाता है. यही कारण है कि सावन और भादो महीने का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. भादो महीने में ही सिंह संक्रांति पड़ती है जिसे हिंदू धर्म में बहुत अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. वास्तव में भादो मास में कई राशियों एंव ग्रहों में परिवर्तन होता है जिसके चलते वे अपनी चाल बदलते हैं. सिंह संक्रांति के दिन लोग विशेष तरीके से विधि विधान से पूजा पाठ करते हैं. इसके साथ ही कुछ लोग अलग तरीके से भोजन करते हैं, जबकि कुछ लोग टोटके करते हैं. माना जाता है कि सिंह संक्रांति के अवसर पर घी खाना बड़ा ही फायदेमंद होता है. जानिए सिंह संक्रांति के दिन घी खाने के पीछे क्या है मान्यता.
इस दिन पड़ेगी संक्रांति-
दरअसल जब राहु कर्क में और केतु मकर राशि में प्रवेश कर जाता है तो उस दिन को सूर्य संक्रांति मनाया जाता है. इस दिन सूर्य देवता भी राशि परिवर्तन कर लेते हैं और कर्क राशि सिंह राशि में प्रवेश कर जाते हैं. भादो महीने में जब सूर्य अपनी राशि का परिवर्तन करता है तो उस संक्रांति को सिंह संक्रांति के नाम से जाना जाता है. इस साल सिंह संक्रांति या सूर्य संक्रांति 18 अगस्त 2019 को पड़ रही है. सूर्य संक्रांति का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. कई पौराणिक कथाओं में इसका जिक्र किया गया है.
सिंह संक्रांति के दिन घी खाने का क्या है महत्व-
चरक संहिता में गाय के घी को शुद्ध एंव पवित्र माना गया है. मान्यता है कि सूर्य संक्रांति के दिन घी का सेवन करने से यादाश्त, बुद्धि, बलवीर्य, ऊर्जा और ओज बढ़ता है. इसके अलावा गाय का घी खाने से वात, कफ और पित्त दोष दूर रहते हैं. शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं. बुखार में गाय का घी रामबाण की तरह काम करता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य संक्रांति के दिन घी नहीं खाने से अगले जन्म में व्यक्ति घोंघे के रूप में जन्म लेता है. यही कारण है कि सूर्य संक्रांति के दिन घी खाने का विशेष महत्व है. इस दिन घी का सेवन करने का एक अन्य फायदा यह होता है कि राहु और केतु का व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है. सूर्य संक्रांति के दिन घी खाना तो लाभकारी होती ही है साथ में सात्विक रूप से रहने से भी राहु और केतु के बुरे प्रभाव से बचा जा सकता है. यही कारण है कि सिंह संक्रांति का विशेष महत्व है.
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