‘तुम मुस्लिम हो रामायण पर कैसे लिख सकते हो’

नई दिल्ली. केरल के एक मस्लिम लेखक ने धमकी मिलने के बाद अखबार में रामायण पर लिखे जा रहे अपने कॉलम को बंद कर दिया है. एम.एम बशीर नाम के लेखक जो केरल के दैनिक अखबार ‘मातृभूमि’ में रामायण पर 6 कॉलम की एक सीरीज लिख रहे थे, उन्होंने पांचवां कॉलम लिखने के बाद फोन […]

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‘तुम मुस्लिम हो रामायण पर कैसे लिख सकते हो’

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  • September 4, 2015 12:38 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
नई दिल्ली. केरल के एक मस्लिम लेखक ने धमकी मिलने के बाद अखबार में रामायण पर लिखे जा रहे अपने कॉलम को बंद कर दिया है. एम.एम बशीर नाम के लेखक जो केरल के दैनिक अखबार ‘मातृभूमि’ में रामायण पर 6 कॉलम की एक सीरीज लिख रहे थे, उन्होंने पांचवां कॉलम लिखने के बाद फोन पर मिल रही धमकियों से परेशान होकर कॉलम लिखना बंद कर दिया.
 
मुस्लिम लेखक कैसे लिख सकता है रामायण के बारे में?
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, मातृभूमि अखबार के संपादक को भी फोन पर बशीर द्वारा लिखे जा रहे रामायण पर कॉलम के लिए गालियां दी जा रही थीं. पेशे से प्रोफेसर बशीर ने बताया कि फोन कर धमकी देने वाले शख्स ने कहा कि वह एक मुसलमान होकर रामायण पर कैसे लिख सकते हैं. बशीर के मुताबिक दरअसल वाल्मीकि ने राम के मानवीय गुणों के बारे में बताया है और उनकी आलोचना से भी परहेज नहीं किया. फोन करने वालों ने वाल्मीकि द्वारा राम की आलोचना को गलत तरीके से लिया.

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