IAF Abhinandan Varthaman Vir Chakra: भारतीय वायु सेना, आईएएफ के विंग कमांडर अभिनंनदन वर्तमान को वीर चक्र से सम्मानित किया जा सकता है. इसकी घोषणा 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर की जा सकती है. वायु सेना ने सम्मानित करने के लिए अन्य लोगों के नाम की लिस्ट भी भेजी है. बालाकोट एयर स्ट्राइक में शामिल रहे अन्य वायु सेना के पायलट को भी सम्मानित किया जाएगा. उन्हें वायु सेना मेडल दिया जाएगा.
नई दिल्ली. 27 फरवरी को हवाई डॉग फाइट के दौरान पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू जेट को मार गिराने वाले भारतीय वायु सेना के फाइटर पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को वीर चक्र से सम्मानित किए जाने की संभावना है. अभिनंदन वर्तमान के अलावा, अन्य पायलट जो बालाकोट में हवाई हमले का हिस्सा थे, उन्हें भी शीर्ष सैन्य सम्मान मिलेगा. गुरुवार को आई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वायु सेना के कमांडरों को वायु सेना मेडल से सम्मानित किया जाएगा. बता दें कि परम चक्र और महा वीर चक्र के बाद वीर चक्र देश का तीसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है.
बालाकोट एयर स्ट्राइक के दिन विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने पाकिस्तान के एफ-16 विमान का पीछा किया और उसे मार गिराया. यह सब सिर्फ 90 सेकंड में ही हुआ. लेकिन उपमहाद्वीप के आसमान में इस डॉग फाइट को न सिर्फ एक अनोखा कारनामा के रूप में देखा जा रहा है, बल्कि यह भारतीय वायु सेना के पायलट के कौशल का शानदार प्रशिक्षण भी है. पाकिस्तान के एफ-16 फाइटर जेट को वर्तमान द्वारा मार गिराया गया था जब वह मिग -21 उड़ा रहे थे, जिसे अमेरिका और यूएसएसआर, बाद में रूस से खरीदा गया.
बालाकोट हवाई हमले के एक दिन बाद, लगभग 10 बजे, भारतीय वायुसेना के राडार ने सामान्य क्षेत्र झंगर की ओर भारतीय क्षेत्र की ओर जाने वाले पीएएफ विमानों के एक बड़े पैकेज का पता लगाया था. विभिन्न मीडिया रिपोर्टों में कहा गया था कि पाकिस्तान वायु सेना के बड़े पैकेज में 24 फाइटर जेट्स शामिल हैं। पाकिस्तान के स्ट्राइक दस्ते में आठ एफ-16, चार मिराज -3 विमान, चार चीनी निर्मित जेएफ-17 थंडर फाइटर शामिल थे. इन्हीं से लड़ते हुए अभिनंदन वर्तमान भी घायल हो गए थे.
25 और 26 फरवरी की रात को, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने लगभग सुबह 3.30 बजे एलओसी पर हवाई हमले किए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 12 मिराज 2000 भारतीय फाइटर जेट्स ने 1,000 किलो के बम गिराए, जिससे नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) के कई प्रशिक्षण शिविर नष्ट हो गए. यह हमला 14 फरवरी के पुलवामा आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में हुआ था. जिसमें पाकिस्तान स्थित जेएम के एक आत्मघाती हमलावर ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में एक विस्फोटक से भरे वाहन से आर्मी के वाहन में टक्कर मार दी, जिसमें 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान मारे गए थे.