Piyush Goyal On Rail Fares: रेलमंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि रेल किराया बढ़ाने की अभी कोई प्रस्ताव नहीं है. मालूम हो कि उत्पाद शुल्क व सेस में बढ़ोतरी के चलते डीजल की कीमतों में उछाला आया है इसके बावजूद रेलवे ने किराया नहीं बढ़ाने का फैसला किया है.
नई दिल्ली. Piyush Goyal On Rail Fares: ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों के लिए बढ़ी खुशखबरी सामने आई है. दरअसल रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा में एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि रेल किराया बढ़ाने की अभी कोई प्रस्ताव नहीं है. मालूम हो कि उत्पाद शुल्क व सेस में बढ़ोतरी के चलते डीजल की कीमतों में उछाला आया है इसके बावजूद रेलवे ने किराया नहीं बढ़ाने का फैसला किया है.
राज्यसभा में बोलते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वर्तमान में डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ किराए में बदलाव का कोई प्रस्ताव नहीं है. पीयूष गोयल ने राज्यसभा में यह भी कहा बीते कई वर्षों में रेलवे द्वारा डीजल की खपत में लगातार कमी आ रही है, क्योंकि हम इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन की तरफ बढ़ रहे हैं और हम 2022 तक रेलवे ट्रैक को 100 फीसदी बिजली से लैस करने की योजना बना रहे हैं.
दरअसल राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस नेता बीके हरिप्रसाद ने रेल मंत्री पीयूष गोयल से जवाब मांगा था कि पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी का असर यात्री और माल भाड़े के किराये पर पड़ेगा या नहीं. इसी महीने की शुरुआत में बजट पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल व डीजल पर प्रति लीटर 1 रुपए उत्पाद शुल्क व सेस बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था, जिसके बाद से यह कहा जा रहा था कि रेलवे यात्री और माल किराए में बढ़ोतरी कर सकता है.
बता दें कि रेलवे देश में डीजल का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है, लेकिन यह तेजी से ग्रीन एनर्जी की तरफ बढ़ रहा है. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इससे पहले कहा था कि सार्वजनिक ट्रांसपोर्टर अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए देश की कुल बिजली खपत का करीब 1.27 फीसदी व डीजल का 3 फीसदी उपयोग करता है. वर्ष 2018-2019 रेलवे ने 20.44 बिलियन यूनिट बिजली और 3.1 बिलियन लीटर डीजल की खपत की थी.