BJP MLA Surendra Singh Controversial Remarks on Muslim Community: भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने विवादित बयान दिया है कि मुस्लिम जानवरों जैसी प्रवृत्ति रखते हैं. उन्होंने कहा कि मुस्लिम 50 पत्नियां रखते हैं और 1050 बच्चे पैदा करते हैं. बता दें कि पिछले साल जुलाई में, बलिया विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा था कि हिंदुत्व को बनाए रखने के लिए हर हिंदू जोड़े के कम से कम पांच बच्चे पैदा करने चाहिए.
बलिया. विवाद को भड़काने वाले बयान में बलिया के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा है कि जिन मुसलमानों की कई पत्नियां और बच्चे बड़ी संख्या में हैं, उनमें जानवरों जैसी प्रवृत्ति है. बीजेपी नेता ने कहा, मुस्लिम धर्म में आप जानते हैं कि लोग 50 पत्नियां रखते हैं और 1050 बच्चों को जन्म देते हैं. यह कोई परंपरा नहीं है बल्कि एक जानवरों जैसी प्रवृत्ति है. समाज में केवल दो से चार बच्चों को जन्म देना सामान्य है. ये बयान सुरेंद्र सिंह ने रविवार को बलिया में पत्रकारों से बात करते हुए दिया.
सुरेंद्र सिंह अपने विवादित बयानों को लेकर बार-बार चर्चा में रहे हैं. पिछले साल जुलाई में, बलिया विधायक ने कहा था कि हिंदुत्व को बनाए रखने के लिए हर हिंदू जोड़े के कम से कम पांच बच्चे पैदा करने चाहिए. सुरेंद्र सिंह ने मीडिया के सामने दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि भारत में हिंदुओं की आबादी बढ़ाने के लिए यह कदम आवश्यक है. यह हर आध्यात्मिक नेता (महंत) की इच्छा है कि प्रत्येक जोड़े के लिए न्यूनतम पांच बच्चे हों. इस तरह जनसंख्या नियंत्रण में रहेगी और हिंदुत्व बरकरार रहेगा.
#WATCH Surendra Singh, BJP MLA from Ballia: In Muslim religion, you know that people keep 50 wives and give birth to 1050 children. This is not a tradition but an animalistic tendency. (14.07.2019) pic.twitter.com/i3AJa9ZSxw
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 15, 2019
बता दें कि बढ़ती जनसंख्या और इसके नियंत्रण को लेकर एक अलग विवाद छिड़ा हुआ है. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जनसंख्या नियंत्रण पर कहा था कि देश में बढ़ती हुई जनसंख्या एक बड़ी समस्या है. उन्होंने कहा था कि इस पर सख्ती से नियंत्रण की जरूरत है. वहीं बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने भी बढ़ती जनसंख्या पर बयान देते हुए मुस्लिम समाज पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि अब समय की मांग है कि मुस्लिम समाज अपनी जिम्मेदारियों को समझे और इसके सरकार भी इस विषय में कड़ा कानून बनाए. बता दें कि सरकार और विपक्ष दोनों के नेताओं ने ही बढ़ती जनसंख्या और इसको नियंत्रण करने के तरीकों पर कई बार विवादित बयान दिए हैं.