SBI Immediate Payment Service Free: एसबीआई ने 1 अगस्त से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से जुड़ी इमीडिएट पेमेंट सर्विस को फ्री करने का ऐलान किया है. आइए जानते हैं कि आखिर क्या है वो फैसला और ग्राहकों को क्या फायदा होगा. एसबीआई की ओर से बताया गया है कि 1 अगस्त से वह आईएमपीएस पर शुल्क नहीं लेगा. एसबीआई 1,00,001 रुपए से 2,00,000 रुपए तक के अमाउंट पर आईएमपीएस सर्विस के जरिेए ट्रांसफर करने पर 3 रुपया जीएसटी देना होता है.
नई दिल्ली. SBI Immediate Payment Service Free: अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाताधारक हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. दरअसल एसबीआई ने 1 अगस्त से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से जुड़ी इमीडिएट पेमेंट सर्विस को फ्री करने का ऐलान किया है. आइए जानते हैं कि आखिर क्या है वो फैसला और ग्राहकों को क्या फायदा होगा. एसबीआई की ओर से बताया गया है कि 1 अगस्त से वह आईएमपीएस पर शुल्क नहीं लेगा. एसबीआई 1,00,001 रुपए से 2,00,000 रुपए तक के अमाउंट पर आईएमपीएस सर्विस के जरिेए ट्रांसफर करने पर 3 रुपया जीएसटी देना होता है.
बता दें कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने इमीडिएट पेमेंट सर्विस(IMPS) को फ्री करने का फैसला डिजिटल मोड के पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए किया है. इमीडिएट पेमेंट सर्विस ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने की एक सुविधा है. इसके जरिए आप चंद मिनटों में 2 लाख रुपए तक की रकम किसी दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर कर सकते हैं. एसबीआई के फैसले का सबसे अधिक फायदा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने वाले ग्राहकों को होगा.
दरअसल एसबीआई अपनी इमीडिएट पेमेंट सर्विस (IMPS) के लिए एक निश्चित चार्ज लेता है. यह चार्ज ट्रांसफर अमाउंट के हिसाब से बदलता है. एसबीआई 1000 से लेकर 10,000 रुपए तक की राशि भेजने पर 1 रुपए के अलावा जीएसटी का शुल्क वसूलता है. इसी तरह 10,001 रुपए से 1,00,000 रुपए तक की राशि ट्रांसफर करने पर 2 रुपया + जीएसटी लगता है.
बता दें कि 1 हजार रुपए तक के मनी ट्रांसफर पर कोई चार्ज नहीं लगता है. अब 1 अगस्त से एसबीआई अपनी इमीडिएट पेमेंट सर्विस पर ग्राहकों से कोई चार्ज नहीं लेगा. इससे पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने 1 जुलाई से ऑनलाइन पेमेंट सर्विस एनईएफटी और आरटीजीएस के जरिए पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा फ्री कर दी थी.