Subramanian Swamy BJP Threat Against Indian Democracy: भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी ही पार्टी के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी की है. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि बीजेपी की बढ़ती ताकत लोकतंत्र के लिए खतरा बन जाएगी. उन्होंने इसका हल बताते हुए कहा कि इटली वालों और उनके बच्चों को कहें की चले जाएं और ममता बनर्जी को कांग्रेस का अध्यक्ष बना दें. साथ ही उन्होंने सलाह दी कि एनसीपी भी कांग्रेस के साथ विलय कर लें.
नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी, बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोशल मीडिया पर पार्टी के खिलाफ टिप्पणी की है. उन्होंने शुक्रवार सुबह ट्विटर पर एक ट्वीट में लिखा, गोवा और कश्मीर को देखने के बाद, मुझे लगता है कि अगर हम एक ही पार्टी के रूप में भाजपा के साथ रह गए तो देश का लोकतंत्र कमजोर हो जाएगा. उपाय? इटली वालों और संतान को सब छोड़ने को कहें. ममता इसके बाद यूनाईटेड कांग्रेसी की अध्यक्ष हो सकती हैं. एनसीपी को भी यही करके उनके साथ विलय करना चाहिए.
एक ओर सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी पार्टी, बीजेपी की बढ़ती ताकत को देखते हुए सवाल खड़ा कर दिया है वहीं इसके उपाय में उन्होंने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को भी सब छोड़ने की सलाह दे दी है. उन्होंने टीएमसी और एनसीपी को सलाह दी है कि वो भी कांग्रेस के साथ विलय कर लें. उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि इस विलय के बाद यूनाईटेड कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी को बनाया जाए. उन्होंने सीधे तौर पर कह दिया है कि भाजपा की बढ़ती ताकत से पता चल रहा है कि देश में अकेले केवल बीजेपी रह जाएगी और ये लोकतंत्र के लिए खतरा बन जाएगी.
After witnessing Goa and Kashmir, I feel that nation's democracy will weaken if we are left with BJP as a single party. Solution? Ask Italians & progeny to leav. Mamata can then be President of united Congi thereafter. NCP should also follow and merge.
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 12, 2019
दरअसल हाल ही में गोवा कांग्रेस के 15 में से 10 विधायकों ने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है. वहीं कर्नाटक में भी राजनीतिक विवाद छिड़ा हुआ है. वहां कि कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर संकट मंडरा रहा है. कर्नाटक में विधायक बागी हो गए हैं और राज्य कैबिनेट ने भी इस्तीफ दे दिया है. इसी को लेकर सुब्रमण्यम स्वामी ने टिप्पणी की है.
सुब्रमण्यम स्वामी से पहले राज्यसभा में कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि, ऐसा लगता है कि बीजेपी सरकार सिर्फ धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र और विपक्ष को खत्म करने के लिए ही सत्ता में आई है. बीजेपी का एकमात्र लक्ष्य एक राजनीतिक पार्टी है. यह कहीं से भी लोकतंत्र और संविधान के अनुरूप नहीं.