Congress Harish Rawat Resignation: कांग्रेस में जैसे इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है. बुधवार को राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. उनके बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, एआईसीसी महासचिव हरीश रावत ने भी गुरुवार को इस्तीफा दे दिया है. हरीश रावत ने लोकसभा चुनाव 2019 में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दिया. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने इस्तीफे के बारे में फेसबुक पर पोस्ट भी डाला है.
नई दिल्ली. कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के अपने पद से हटने के एक दिन बाद, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, एआईसीसी के महासचिव हरीश रावत ने गुरुवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया. उन्होंने 2019 के चुनावों में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेते हुए एआईसीसी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया है. इनसे पहले बुधवार को राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दिया था. कांग्रेस के लगभग सभी नेताओं ने राहुल गांधी को इस्तीफा ना देने के लिए कहा था हालांकि कोई भी राहुल को ऐसा ना करने के लिए मना नहीं पाया. वहीं अब राहुल गांधी के बाद कांग्रेस में इस्तीफों का जैसे दौर सा शुरू हो गया है.
हरीश रावत ने अपने फेसबुक पर इसके लिए एक पोस्ट भी लिखी. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार एवं संगठनात्मक कमजोरी के लिए हम पदाधिकारीगण उत्तरदायी है. असम में पार्टी द्वारा अपेक्षित स्तर का प्रदर्शन न कर पाने के लिए प्रभारी के रूप में मैं उत्तरदायी हूं. मैंने अपनी कमी को स्वीकारते हुए अपने महामंत्री के पद से पूर्व में ही त्यागपत्र दे दिया है.
यहां पढ़ें हरीश रावत की पूरी पोस्ट
उन्होंने लिखा पार्टी के लिए समर्पित भाव से काम करने के लिए मेरी स्थिति के लोगों के लिए पद आवश्यक नहीं है मगर प्रेरणा देने वाला नेता आवश्यक है. प्रेरणा देने की क्षमता केवल श्री राहुल गांधी जी में है, उनके हाथ में बागडोर रहे तो यह संभव है कि हम 2022 में राज्यों में हो रहे चुनाव में वर्तमान स्थिति को बदल सकते है और 2024 में भारतीय जनता पार्टी, बीजेपी और श्री नरेंद्र मोदी को परास्त कर सकते है इसलिए लोकतांत्रिक शक्तियां व सभी कांग्रेसजन श्री राहुल जी को कांग्रेस अध्यक्ष पद पर देखना चाहते है.
AICC General Secretary, Harish Rawat has tendered his resignation from his post, taking the responsibility of party's defeat in 2019 elections. pic.twitter.com/0ZRSRT4BmF
— ANI (@ANI) July 4, 2019