Hurriyat Leaders Ready To Talks With Central Government: जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शनिवार को बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अलगाववादी संगठन हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता केंद्र सरकार से बातचीत करने को तैयार है. यह वही हुर्रियत नेता हैं जो पहले बातचीत करने के लिए अपने दरवाजे बंद कर लेते थे, लेकिन अब वह बातचीत करने को तैयार है. यह स्वागत योग्य कदम है.
नई दिल्ली. Hurriyat Leaders Ready To Talks With Modi Government: जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने घाटी के बदलते हालात का हवाला देते हुए अलगाववादी संगठन हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं को लेकर बड़ा बयान दिया है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने शनिवार को कहा जम्मू कश्मीर के बदलते हालात के बीच हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेता केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने को तैयार है. यह वही हुर्रियत नेता हैं जो पहले बातचीत करने को लेकर अपने दरवाजे बंद कर लेते थे, लेकिन अब वह सरकार के साथ बातचीत को तैयार हो गए हैं.
एक कार्यक्रम में बोलते हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि नमाज के बाद होने वाली पत्थरबाजी की घटनाओं पर पूरी तरह लगाम लग चुकी है. हम नहीं चाहते हैं कि जवाबी कार्रवाई में किसी युवा की जान जाए. लेकिन जब गोली चलती है तो उसके परिणाम खतरनाक होते हैं. अब हुर्रियत नेताओं का भारत सरकार के साथ बातचीत को तैयार होना एक स्वागत योग्य कदम है. इस कदम से घाटी के हालात सामान्य होने में मदद मिलेगी.
सत्यपाल मलिक ने हुर्रियत(एम) के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुक के ड्रग के खतरे पर बोलने का अभिवादन किया. राज्यपाल मलिक ने कहा कि हुर्रियत नेताओं द्वारा समाजिक मुद्दों पर की जा रही बातचीत का स्वागत होना चाहिए. शुक्रवार को राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने घाटी के हालात की समीक्षा के लिए एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई थी. मीटिंग में सेना, पुलिस, पैरामिलिट्री, राज्य और केंद्र की खुफिया एजेंसियों के बड़े अधिकारी शामिल थे.
बैठक में राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षाबलों और खुफिया एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल पर बल दिया है. राज्यपाल ने सुरक्षाबलों और खुफिया एजेंसियों को अमरनाथ यात्रा को लेकर बेहतर इंतजाम ककरने के निर्देश दिए हैं. जुलाई में अमरनाथ यात्रा की शुरुआत होनी है, जिसके चलते लगातार हाईलेवल बैठकों का दौर चल रहा है.