अगर शास्त्रीजी की जगह पीएम बन जातीं इंदिरा गांधी, तो बर्बाद ही कर दी जातीं
नेहरूजी की मौत के बाद कांग्रेस प्रेसीडेंट कामराज के हाथों में पूरी ताकत थी, पार्टी और सरकार में सबसे ताकतवर थे वो. कामराज ने गुलजारी लाल नंदा को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बना दिया. उसके बाद कामराज और उनके चर्चित सिंडिकेट ने डिसकस किया कि नेहरू के बाद कौन, ऐसे में कोई भी किसी ताकतवर नेता को पीएम नहीं बनाना चाहता था.
November 5, 2017 7:43 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: नेहरूजी की मौत के बाद कांग्रेस प्रेसीडेंट कामराज के हाथों में पूरी ताकत थी, पार्टी और सरकार में सबसे ताकतवर थे वो. कामराज ने गुलजारी लाल नंदा को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बना दिया. उसके बाद कामराज और उनके चर्चित सिंडिकेट ने डिसकस किया कि नेहरू के बाद कौन, ऐसे में कोई भी किसी ताकतवर नेता को पीएम नहीं बनाना चाहता था. लाल बहादुर शास्त्री की बेदाग छवि और विनम्र व्यवहार से किसी को खतरा महसूस नहीं हुआ और उनको पीएम चुन लिया गया.
ये बात बहुत कम लोगों को पता है कि शास्त्रीजी का नाम तय होने के बाद वो इंदिरा गांधी से मिले और पीएम का पद ऑफर किया लेकिन इंदिरा ने मना कर दिया. इंदिरा ने अपनी बायोग्राफर को बताया कि, ‘’अगर उस वक्त मैं पीएम बनने के लिए हां कर देती तो वो लोग मुझे बर्बाद कर देते’’. इंदिरा का इशारा नेहरू के विरोधियों की तरफ था, जो पार्टी में रहकर ही चीन युद्ध के बाद से ही नेहरू के खिलाफ मोर्चाबंदी किए हुए थे. पीएम का ऑफर ठुकराने के बाद शास्त्रीजी ने इंदिरा से कहा कि कम से कम मेरी केबिनेट तो ज्वॉइन कर लो, आप ज्वॉइन नहीं करोगी तो मैं स्थाई सरकार नहीं दे पाऊंगा.
शास्त्रीजी को भरपूर अंदाजा था कि इंदिरा नेहरू की बेटी तो हैं ही, कांग्रेस की प्रेसीडेंट भी रह चुकी हैं और आम जनता उन पर ज्यादा भरोसा करती है, सो इंदिरा को मंत्री बनने के लिए मनाया और इंदिरा ने सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय का काम संभाल लिया. हालांक इंदिरा को पीएम आवास यानी तीन मूर्ति भवन खाली करना पड़ा और फिर वो 1, सफदरजंग आवास में शिफ्ट हो गईं. बाद मे इसी आवास में उनकी हत्या हुई थी.
इंदिरा ने ये बयान कि पीएम बनती तो वो मुझे बर्बाद कर देते, अपनी किस बायोग्राफी को दिया था, जानने के लिए देखिए ये वीडियो…