नई दिल्ली. देश की सबसे बड़ी सरकारी बैंक स्टेट बैंक ने अपने ग्राहकों को खुशखबरी दी है. बैंक ने 10 महीन के बाद अपने सभी प्रकार के लोन पर ब्याज रेट में कटौती की है. बैंक ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट्स में पांच बेसिस प्वाइंट (0.05 फीसद) की कटौती कर दी है. बैंक ने यह कटौती 10 महीनों के बाद पहली बार की है. एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार एक साल के कर्ज पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) 7.95 फीसद पर आ गया है. पहले यह आठ फीसदी था. यह नई दरें एक नवंबर से लागू हो रही है. SBI के नए चेयरमैन रजनीश कुमार के पद संभालने के एक हप्ते बाद यह राहत भरी घोषणा की गई है. SBI की इस घोषणा के बाद बैंक से कर्ज लेने वाले नए ग्राहकों को तुरंत फायदा मिलना शुरू हो जाएगा.
एसबीआई की और से एमसीएलआर में कटौती के बाद कामकाजी महिलाओं को अब 30 लाख रुपये तक का लोन 8.30 फीसद की दर पर मिलेगा. जबकि 30 लाख से 75 लाख रुपये तक के लोन पर 8.40 फीसद की दर से ब्याज लिया जाएगा. वहीं, दूसरी ओर गैर कामकाजी महिलाओं को 30 लाख रुपये तक का लोन 8.40 फीसद और 30 से 75 लाख रुपये तक के लोन पर 8.50 फीसद की दर से ब्याज लिया जाएगा. इलाहाबाद बैंक ने अपने एक साल के एमसीएलआर में 8.45 फीसदी से घटाकर के 8.30 कर दिया गया है. वहीं दो साल की अवधि के लिए एमसीएलआर 8.50 फीसदी, तीन साल के लिए 8.55 फीसदी, एक दिन के लिए 7.80 फीसदी, तीन महीने के लिए 8.10 फीसदी और छह महीने के लिए 8.20 फीसदी तय किया है.
एसबीआई के इस कदम दूसरे बैंक भी अनुसरण कर सकते हैं. इस बीच इलाहबाद बैंक ने भी एमसीएएलआर में 0.15 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की. कर्नाटक बैंक ने भी एक साल के लिए बेंचमार्क लेंडिंग दरों में 0.10 फीसदी की कटौती करने का ऐलान किया है. एमसीएलआर में हुई कटौती 1 नवंबर (बुधवार) से लागू हो गई है. SBI की इस कटौती के बाद बैंक से कर्ज लेने वाले नए ग्राहकों को तुरंत फायदा मिलना शुरू हो जाएगा. लेकिन जिन ग्राहकों ने पहले से कर्ज लिया हुआ है उनको थोड़ा इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि उनके लिए कर्ज की जो दर पहले निर्धारित की गई है. वह निर्धारित की गई अवधि के लिए मान्य होगी और अवधि पूरा होने के बाद अपने आप उनके लिए कर्ज की दर में कमी आ जाएगी.