चिदंबरम के ‘आजादी’ वाले बयान पर भड़कीं स्मृति ईरानी, कहा- भारत के टुकड़े करना चाहते हैं
पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम द्वारा कश्मीर में 'आजादी' के नारों को स्वायत्तता की मांग बताने पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने जोरदार पलटवार किया है. ईरानी ने चिदंबरम के बयान को भारत को तोड़ने वाला बताया.
October 28, 2017 6:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्लीः पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम द्वारा कश्मीर में ‘आजादी’ के नारों को स्वायत्तता की मांग बताने पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने जोरदार पलटवार किया है. ईरानी ने चिदंबरम के बयान को भारत को तोड़ने वाला बताया. स्मृति ईरानी ने कहा, ‘यह हैरान करने वाला और घिनौना है कि पी. चिदंबरम आज भारत को टुकड़ों में तोड़ने की बात कर रहे हैं और उन लोगों को समर्थन दे रहे हैं, जो वास्तव में हमारे सुरक्षाकर्मियों की हत्या कर रहे हैं ताकि जम्मू-कश्मीर में कानून व्यवस्था को खत्म कर सकें.’
स्मृति कहती है कि चिदंबरम ने यह बात सरदार पटेल की धरती (गुजरात) पर कही है, जिन्होंने भारत को एक संविधान के तहत एकजुट करने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. स्मृति यहीं पर नहीं रुकी, उन्होंने चिदंबरम के बयान को कांग्रेस पार्टी की मानसिकता से जोड़ते हुए कहा, ‘मैं हैरान नहीं हूं क्योंकि चिदंबरम कांग्रेस की मानसिकता को प्रतिबिम्बित करते हैं.’ ईरानी ने जेएनयू की घटना का जिक्र करते हुए कहा, ‘राहुल गांधी ने उन लोगों का समर्थन किया जिन्होंने कहा ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे. आखिर कांग्रेस क्या संदेश देना चाहती है? क्या वे राजनीतिक लाभ के लिए राष्ट्रीयता का बलिदान करना चाहते हैं?’ चिदंबरम के बयान पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी पलटवार करते हुए कहा कि ‘आजादी’ या स्वायत्तता को लेकर कांग्रेस ने जो रुख दिखाया है, वह भारत के राष्ट्रीय हितों के विरोध में है.
क्या है मामला
गुजरात के राजकोट में एक कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने जम्मू-कश्मीर की स्वायत्तता की मांग को जायज ठहराया. चिदंबरम ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में क्षेत्रीय स्वायत्तता देने के बारे में विचार करना चाहिए. चिदंबरम ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के लोगों से मेरी बातचीत के जरिए मैं इस नतीजे पर पहुंचा हूं कि जब भी वे लोग आजादी की मांग करते हैं तो इसमें ज्यादातर लोगों की आजादी का मतलब स्वायत्तता से होता है.’ गौरतलब है कि हाल ही में सूरत से दो आईएस संदिग्ध पकड़े गए थे. उनमें से एक उस अस्पताल का कर्मचारी था, जिसके कभी कांग्रेसी नेता और सांसद अहमद पटेल ट्रस्टी रहे हैं. सीएम विजय रुपानी ने इस मामले में शुक्रवार को सांसद पटेल पर कई संगीन आरोप लगाए थे. सीएम ने इस मामले पर सीधे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से जवाब मांगा, जिसका चिदंबरम ने बचाव किया.