2011 टेरर फंडिंग मामला: NIA ने हिज्बुल चीफ सलाहुद्दीन के बेटे सैयद शाहिद को किया गिरफ्तार
जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि यूसुफ को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पूछताछ के लिए अपने समक्ष उपस्थित होने को कहा था. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया जिसके बाद यूसुफ को गिरफ्तार किया गया है.
October 24, 2017 8:57 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2011 टेरर फंडिंग के मामले में आतंकी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन के बेटे सैयद शाहिद यूसुफ को गिरफ्तार किया है. सैयद सलाहुद्दीन का बेटा जम्मू-कश्मीर सरकार के कृषि विभाग में जूनियर इंजिनियर है. जांच एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि यूसुफ को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने पूछताछ के लिए अपने समक्ष उपस्थित होने को कहा था. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया जिसके बाद यूसुफ को गिरफ्तार किया गया है. सुरक्षा बलों के लिए यह एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. सूत्रों के अनुसार युसूफ ने एजाज द्वारा वेस्टर्न यूनियन के जरिए भेजी गई रकम स्वीकार की है. सैयद शाहिद यूसुफ पर कश्मीर में जारी आतंकवाद में इस्तेमाल किए जाने के लिए सलाहुद्दीन के इशारे पर सीरिया से रकम लेने का आरोप है. पुलिस के मुताबिक, ये रकम 2011 और 2014 के बीच चार किस्तों में भेजी गई.
बताया जा रहा है कि सलाहुद्दीन के आदेश पर सीरिया में मौजूद गुलाम मोहम्मद बट नाम के संदिग्ध ने यूसुफ को कुछ पैसे भेजे थे. यह पैसा 2011 से 2014 के बीच भेजा गया था. सैयद सलाहुद्दीन के 4 बेटे और 2 बेटियां हैं. 4 बेटे और एक बेटी सरकारी नौकरी में हैं. वहीं 71 साल का सलाउद्दीन पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में रहता है. हिजबुल के अलावा वह यूनाइटेड जिहाद काउंसिल भी चलाता है. पठानकोट एयरबेस स्टेशन पर हमले की जिम्मेदारी यूनाइडेट जिहाद काउंसिल ने ली थी.
2011 के टेरर फंडिंग केस में छह और आरोपी भी थे. जिसमें से चार (गुलाम मोहम्मद भट्ट, मोहम्मद सादिक गनी, गुलाम जीलानी लीलू, अहमद डग्गा) तिहाड़ में बंद हैं और बाकी दो (मोहम्मद मकबूल पंडित और एजाज भट्ट) फरार हैं. एनआईए ने इस मामले की जांच के दौरान हाल ही में शाहिद के खिलाफ कुछ सबूत जुटाए हैं, जिसमें कुछ फोन कॉल रिकॉर्ड्स होने की भी संभावना है.
कौन है सैयद सलाउद्दीन?
सलाउद्दीन आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का चीफ है. भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाला सलाउद्दीन का संगठन हिज्बुल कश्मीर समेत पूरे देश में कई बार आतंकी हमले करा चुका है. अप्रैल 2014 में जम्मू कश्मीर में हुए बम धमाकों की जिम्मेदारी भी सैयद सलाउद्दीन के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन ने ही ली थी. इस हमले में 17 लोग घायल हुए थे.