ICC Cricket World Cup 2019: क्रिकेट वर्ल्ड कप मैचों के दौरान ज्यादातर मैचों में बारिश खलल डाल रही है. इसी बारिश के चलते बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेला जाने वाला मैच धुुल गया. इस मैच में एक भी गेंद नहीं डाली जा सकी. इससे पहले श्रीलंका का मैच पाकिस्तान के खिलाफ बारिश के चलते नहीं हुआ था. उस मैच में भी एक गेंद नहीं फेंकी जा सकी. क्रिकेट विश्व कप 2019 में अब तक चार मैच बारिश के चलते कैंसिल करने पड़े हैं. अगर इसी तरह से मैच कैंसिल होते रहे तो इसका असर सबसे ज्यादा सेमीफाइनल क्वालीफाई करने वाली टीमें पर पड़ेगा. क्योंकि बारिश के चलते वे टीमें अंक बटोर रही हैं जो एक भी मैच जीतने की हालत में नहीं है. अगर इंद्र देवता ने ऐसी ही मैच के दौरान बारिश जारी रखी तो कई टीमों को खामियाजा भुगतना पड़ेगा.
लंदन. इंग्लैंड में खेले जा रहे क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में सेमीफाइनल और फाइनल खेलने वाली टीमों का फैसला इस बार ना खिलाड़ी, ना अंपायर, ना रेफरी बल्कि बारिश के देवता इंद्र भगवान करेंगे. बारिश की वजह से अब तक 16 लीग मैचों में 4 मैच कैंसिल हो चुके हैं जबकि एक मैच का फैसला डकवर्थ लुईस मेथड से निकालना पड़ा है. यूनाइटेड किंगडम में इस समय बरसात का मौसम है और बारिश का पानी ऐसे ही मैच पर फिरता रहा तो प्वाइंट टेबल में मजबूत टीमों को अंकों का नुकसान और कमजोर टीमों को अंकों का फायदा मिल सकता है. बारिश की वजह से एक मजबूत टीम मैच कैंसिल होने पर मात्र 1 नंबर स्कोर कर पाती है जबकि वो मैच खेलकर जीतने के बाद 2 प्वाइंट जोड़ सकती थी. वहीं एक कमजोर टीम जो मैच हारने के कारण प्वाइंट टैली में 0 नंबर लाती वो भी मैच कैंसिल होने के कारण 1 नंबर जोड़ ले रही है. इस विश्व कप में प्रत्येक टीम 9-9 लीग मैच खेल रही हैं और जिस भी मजबूत टीम को भी बारिश के कारण मैच कैंसिल होने से प्रतिद्वंदी टीम के साथ 1-1 नंबर बराबर बांटने पड़ रहे हैं वो सेमीफाइनल की सीट पक्की करने में अपनी स्थिति कमजोर पा रही है. लीग मैचों के खत्म होने के बाद प्वाइंट टेबल में सबसे ऊपर रहने वाली 4 टीमों को सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया जाएगा.
मसलन, अब तक जो 34 मैच कैंसिल हुए हैं और 1 मैच डकवर्थ लुईस से डिसाइड हुआ है उसमें 2 मैच श्रीलंका के थे. श्रीलंका का पहला कैंसिल मैच पाकिस्तान के खिलाफ था. दोनों मजबूत टीमें हैं जो जीतकर 2-2 नंबर स्कोर कर सकती थीं लेकिन दोनों को 1-1 नंबर मिला. श्रीलंका का दूसरा कैंसिल मैच बांग्लादेश के साथ बारिश की भेंट चढ़ा जिसमें दोनों टीमों को 1-1 प्वाइंट मिला जो मैच श्रीलंका जीतकर 2 नंबर बटोर सकती थी. श्रीलंका के साथ बारिश वाला हादसा अफगानिस्तान वाले मैच में भी हुआ लेकिन उसमें अंततः डकवर्थ लुईस मेथड से फैसला हुआ जो श्रीलंका के पक्ष में गया और उसे 2 प्वाइंट मिले. चौथा कैंसिल मैच वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका है जो दोनों मजबूत टीमें हैं लेकिन दोनों को इस मैच से मात्र 1-1 अंक मिला. इस तरह बारिश के कारण श्रीलंका सबसे ज्यादा घाटे में दिख रही टीम है जबकि वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका को भी 1-1 नंबर का नुकसान हो चुका है. श्रीलंका 4 मैच खेल चुकी है लेकिन बारिश के कारण उसका टोटल स्कोर 4 पर ही अटका है. न्यूजीलैंड और भारत के बीच खेला गया मैच भी बारिश की भेंट चढ़ गया. जिस कारण दोनों टीमों को 1-1 अंक के सात संतोष करना पड़ा.न्यूजीलैंड की टीम ने 4 मैचों में 7 अंकों के साथ अंक तालिका में शीर्ष स्थान पर है, जबकि भारत 3 मैचों में 5 अंकों के साथ नंबर 3 पर है. वर्ल्ड कप के 9 मैच पूरे होते होते अगर श्रीलंका को इस तरह से दो-तीन और मैच मिल गए तो वो यूं ही बारिश के हाथों सेमीफाइनल से बाहर हो जाएगी. यही हाल वेस्टइंडीज, बांग्लादेश या साउथ अफ्रीका का भी हो सकता है अगर उनके आगे के मैचों में बारिश का कहर टूटा और उन्हें मैच खेलने या जीतने और हारने का मौका नहीं मिला.
https://youtu.be/fq68-33x79Y
क्रिकेट विश्व कप 2019 में हर टीम को 9 मैच खेलने हैं. मान लीजिए विश्व कप की सबसे कमजोर टीम अपने 9 मैच खेले और सभी मुकाबले उसके बारिश से धुल जाएं ऐसे में उसे 9 अंक मिलेंगे. क्योंकि विश्व कप में ये नियम है कि मैच पूरा ना हो पाने के चलते दोनों टीमों में बराबर अंक बांट दिए जाएंगे. दूसरी तरफ टूर्नामेंट में भाग ले रही सबसे मजबूत टीम भी 9 मैच खेलेगी. अगर उसके भी सभी मैच बारिश से धुल जाएं तो उसे भी 9 अंक मिलेंगे. इस स्थिति में एक ऐसी टीम जो अपने सभी मुकाबले जीत सकती थी उसे 9 अंकों के साथ संतोष करना पड़ेगा जबकि दूसरी तरफ एक ऐसी टीम जिसमें वर्ल्ड कप में एक भी मैच जीतने की दम नहीं थी उसे बगैर खेले 9 अंक मिल जाएंगे
https://youtu.be/Wm_RfdOYlp8
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 में अब तक खेले गए मैचों पर नजर डाली जाए तो चार ऐसे मुकाबले हुए हैं जिनमें बारिश ने खलल डाला. इन चार मुकाबलों में से दो ऐसे मैच रहे जिनमें एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी. जबकि एक मैच में महज 7.3 ओवर्स का ही खेल हो सका. वहीं एक मैच का परिणाम डकवर्थ लुइस नियम के जरिए निकला. इन मैचों में बाधा डालने का सारा श्रेय इंद्र देवता को जाता है. इंद्र भगवान ने इस दौरान उन कई मजबूत टीमें के मंसूबों पर पानी फेर दिया जो इस मुकाबलों को जीत सकती थीं.