ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्री परेशान, रेलवे ने बनाया ये मास्टर प्लान

भारतीय रेलवे ने ट्रेनों की स्पीड और यात्रियों के ट्रेवल टाइम को कम करने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है. भारत में ट्रेनों के लेट आना तो आम बात हो गई है, आए दिन ट्रेनों के लेट होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.

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ट्रेनों की लेटलतीफी से यात्री परेशान, रेलवे ने बनाया ये मास्टर प्लान

Admin

  • October 21, 2017 3:51 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली : भारतीय रेलवे ने ट्रेनों की स्पीड और यात्रियों के ट्रेवल टाइम को कम करने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है. भारत में ट्रेनों के लेट आना तो आम बात हो गई है, आए दिन ट्रेनों के लेट होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. यात्रियों की इसी परेशानी से निजात दिलाने के लिए रेलवे ने लंबी दूरी वाली तकरीबन 500 ट्रेनों की स्पीड में बढ़ोतरी करने का निर्णय लिया है.अगर सब सही रहा तो रेलवे के इस प्लान का असर यात्रियों को अगले महीने से ही देखने को मिल जाएगा.
 
रेलवे के एक अधिकारी का कहना है कि ट्रेनों के ट्रेवल टाइम को 2 घंटे तक कम किया जाएगा. रेलवे नवंबर महीने की समय सारिणी को नए समय के साथ अपडेट किया जाएगा. गौरतलब है कि हाल ही में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस बात के निर्देश दिए थे जिसके बाद रेलवे में इन सभी बदलावों को लेकर काम किया जा रहा है, यही वजह है कि ट्रेनों के समय में 15 मिनट से दो घंटे तक के ट्रेवल टाइम में कमी की जाएगी.
 
रेलवे ने आंतरिक ऑडिट का काम शुरू कर दिया है, इसके तहत 50 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को सुपर-फास्ट सर्विसेज में अपग्रेड किया जाएगा. रेलवे के एक अधिकारी का कहना है भोपाल-जोधपुर एक्‍सप्रेस 95 मिनट जल्‍दी पहुंचेगी जबकि गुवाहाटी-इंदौर स्‍पेशल अपनी 2,330 किमी की दूरी 115 मिनट जल्‍दी पूरी करेगी और गाजीपुर-बांद्रा टर्मिनल एक्‍सप्रेस 1929 किमी के दूरी 95 मिनट जल्‍दी दूरी तय करेगी. केवल इतना ही नहीं, ट्रेनों के रुकने के समय में भी कमी लाई जाएगी. बता दें कि ट्रैक और इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर अपग्रेड के साथ ऑटोमैटिक सिगनलिंग और न्‍यू लिंक हॉफमैन बुश कोच के साथ ट्रेन की गति में तेजी आने की उम्‍मीद है.
 

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