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पीएम नरेंद्र मोदी ने देश को समर्पित किया पहला ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेद

आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि के जन्म दिन यानी धनतेरस और दूसरे आयुर्वेद दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) का उद्घाटन किया जोकि एम्स के तर्ज पर बना है.

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  • October 17, 2017 7:24 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली : आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि के जन्म दिन यानी धनतेरस और दूसरे आयुर्वेद दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) का उद्घाटन किया जोकि एम्स के तर्ज पर बना है. यहां आयुर्वेद से सम्बंधित रिसर्च, एजुकेशन और इलाज मुहैया कराया जाएगा, साथ ही आयुर्वेदिक दवाइयों की गुणवत्ता की जांच भी की जाएगी. वैसे इस संस्थान की संकल्पना अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था और UPA सरकार के कार्यकाल से इसमें ओपीडी सेवाएं चल रही है. बता दें कि 2010 में यूपीए 2 के कार्यकाल में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री एस. गांधी सेल्वन ने 26 अक्टूबर 2016 में काया चिकित्सा, प्रसुति और स्त्री रोग, बाल रोग और  शल्य तंत्र में ओपीडी की शुरुआत की थी. तभी से इन चारों कैटेगरी में मरीजों का इलाज किया जा रहा है. आयुर्वेद के इस एम्स के पहले चरण में कुल 157 करोड़ रू. का बजट लगा है. ये संस्थान 10 एकड़ ज़मीन में बनकर तैयार है. AIIA में आयुर्वेद उत्पादों की गुणवत्ता, सुरक्षा एवं प्रभाव के बारे में वैज्ञानिक जानकारी देने और आयुर्वेदिक शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है.  
 
इस दौरान एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि धन्वंतरि जयंती पर आप सबको शुभकामनाएं. पीएम ने कहा कि आयुर्वेद, योग समेत तमाम पद्धति पर ध्यान दिया है. अब ये फाइलों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे ज़मीन पर उतारा जाएगा. पीएम ने आयुर्वेद डॉक्टरों के पेशे के बारे में कहा कि आजकल आयुर्वेद के डॉक्टर एलोपैथी दवा मरीज़ों को दे देते हैं और बोर्ड आयुर्वेद का लगाते हैं, ऐसे में शत प्रतिशत आयुर्वेद के प्रति समर्पित हों. आयुर्वेद ज्यादा से ज्यादा विस्तार करें आयुर्वेद के जानकार।खिलाड़ियों और जवान  के लिए भी योग और आयुर्वेद काफी फायदेमंद है. पंचकर्म थेरेपी समेत तमाम इलाज और आयुर्वेद के कोर्सेज को भी पुनर्वलोकन किया जाय. जो पढ़कर निकले उसके पास एक ऐसा सर्टिफिकेट हो ताकि उसे रोजगार मिल सके,जो किसी वजह से बीच मे पढ़ाई छोड़ देता है तो उसे भी ऐसा सर्टिफिकेट दिया जाय ताकि उसे रोजगार के लिए भटकना ना पड़े. 
 
पीएम ने कहा कि आयुष मंत्रालय और कौशल मंत्रालय मिलकर एक ऐसा कोर्स डेवलप करें ताकि कम पढ़े लिखे किसानों के लिए फायदेमंद हो और उन मेडिसिनल प्लांट्स को उपजा सके. साल 2020 या आज़ादी के 75वें साल तक हो. पीएम मोदी ने निजी कंपनियों से अपील की कि वो CSR के तहत दी जाने वाली राशि योग और आयुर्वेद को बढ़ाने में दें. ताकि गरीबों को सहजता और सस्ता से उपचार उपलब्ध मिल सके. पीएम मोदी ने बताया कि अगले एक साल 173 जिलों में हफ्ते में सात दिनों तक टीकाकरण का अभियान चलाया जाएगा.  रक्षा मंत्रालय समेत 12 मंत्रालय को टीकाकरण अभियान में जोड़ा है जो पहले सिर्फ हेल्थ मिनिस्ट्री करती थी. 
 
 

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