अमिताभ बच्चन बर्थडे: कोलकाता में है बिग बी का मंदिर, पूजे जाते हैं शहंशाह के जूते

अमिताभ बच्चन के फैंस ने कोलकाता में उनका मंदिर बनवाया है. मंदिर पर जय श्री अमिताभ लिखा हुआ है और अमिताभ की मूर्ति की जगह अमिताभ का एक बड़ा सा फोटो है

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अमिताभ बच्चन बर्थडे: कोलकाता में है बिग बी का मंदिर, पूजे जाते हैं शहंशाह के जूते

Admin

  • October 11, 2017 1:29 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: दुनिया में बहुत कम लोग होंगे जिनकी लोग जीते जी पूजा करने लगते हैं. ऐसे ही चुनिंदा लोगों में शुमार हैं महानायक अमिताभ बच्चन जिनका आज 75वां जन्मदिन है. अमिताभ बच्चन के फैंस ने कोलकाता में उनका मंदिर बनवाया है. मंदिर पर जय श्री अमिताभ लिखा हुआ है और अमिताभ की मूर्ति की जगह अमिताभ का एक बड़ा सा फोटो है, जिसके नीचे अमिताभ के उसी तरह के सफेद जूते रखे हुए हैं, जैसे कि उन्होंने अग्निपथ में पहने थे. जाहिर है अमिताभ के दुनियाभर में लाखो फैंस हैं लेकिन कौन हैं उनका सबसे बड़ा फैन? इस कड़ी में हम आपको उनके बारे में बताने जा रहे हैं. 
 
कौन विदेशी है दुनियां में अमिताभ बच्चन का सबसे बड़ा फैन?
 
 
अगर आपसे पूछा जाए कि अमिताभ बच्चन का सबसे बड़ा फैन कौन है, तो आपके हिसाब से वो कोई भी हो लेकिन इंडियन ही होगा. अगर आप ऐसा सोचते हैं तो वाकई में गलत सोचते हैं. वो एक इजरायली है. अगर आप अमिताभ बच्चन को ट्विटर या फेसबुक पर फॉलो करते हैं तो आपको एक नाम अक्सर उनकी पोस्ट्स या पोस्ट की गई तस्वीरों में दिखेगा मोजेज सेपिर (Moses Sapir)। यही है वो इजरायली फैन, जिसके पास अमिताभ से जुड़े वीडियोज या फोटोज का सबसे बड़ा और सबसे दिलचस्प कलेक्शन है. मोजेज के पास बच्चन से जुड़ी ऐसी हजारों तस्वीरें हैं, जिनको देखकर आम फैन ही नहीं कभी कभी अमिताभ बच्चन भी हैरान हो जाते हैं. तभी तो बच्चन का ये फैन अमिताभ से कभी भी मिल सकता है. इतना ही नहीं राज ठाकरे की तरह मोजेज सैपिर ने भी अपने बेटे का नाम अमित ही रखा है. मोजेज के पिता हिंदी फिल्मों के शौकीन थे, वहीं से उन्हें ये शौक मिला, आज उनके पास बच्चन की हर फिल्म है, हर फोटो है, तमाम ऐसी चीजें हैं जो बच्चन के पास तक नहीं. तीन साल की उम्र से वो बच्चन के फैन हैं और पच्चीस साल की उम्र में उन्हें पहली बार अमिताभ से मिलने का मौका मिला था, आज फैन से फ्रेंड बन चुके हैं.
 
एक महीने में ही अमिताभ की कौन सी चार फिल्में रिलीज हुईं?
 
 
अमिताभ बच्चन के नाम बॉलीवुड में एक अनोखा सा रिकॉर्ड है, जिसे तोड़ने का दम शायद किसी भी बॉलीवुड हीरो में नहीं है. वो रिकॉर्ड है एक ही महीने में चार चार बड़ी फिल्में रिलीज करने का और चारों ही सुपरहिट थीं. इतनी ही नहीं इनमें से तीन फिल्मों में उनकी हीरोइन राखी थीं, और दो में अमिताभ के डबल रोल थे. उससे भी ज्यादा दिलचस्प था कि ये फिल्में अमिताभ बच्चन के बर्थडे मंथ यानी अक्टूबर में रिलीज हुई थीं, अक्टूबर 1978 में. ये फिल्में थीं- मुकद्दर का सिकंदर, कसमे वादे, डॉन और त्रिशूल, जिनमें से डॉन को छोड़कर बाकी तीन में राखी ही हीरोइन थीं. ये अलग बात है कि ये चारों फिल्में अलग अलग फिल्मकारों ने बनाई थीं. अमिताभ बच्चन का डॉन और कसमे वादे में डबल रोल भी था, यानी एक ही वक्त में अमिताभ 6 रोल्स की शूटिंग में मशरूफ रहे होंगे और सारे के सारे करेक्टर्स अपने आप में एक दूसरे से बिलकुल अलग थे. ऐसी हिम्मत किसी और के बस की कहां.   
 
बच्चन के नाम है बॉलीवुड का क्या अनोखा रिकॉर्ड? 
 
 
अमिताभ बच्चन के बारे में जानिए कुछ दिलचस्प बातें, ये तो आप जानते ही होंगे कि अमिताभ लैफ्ट हैंडर हैं, लेकिन शायद ये ना जानते हों कि वो दोनों ही हाथों से लिख सकते हैं. बच्चन कभी किसी का जन्मदिन नहीं भूलते, बल्कि सभी के बर्थेडे के लिए एक नोट पहले से तैयार करवा लेते हैं. बिग बी ने ग्यारह फिल्मों में डबल रोल किया है और एक में ट्रिपल. उनकी डबल रोल वाली फिल्में हैं कसमे वादे, डॉन, अदालत, आखिरी रास्ता, बड़े मियां छोटे मियां, लाल बादशाह, देशप्रेमी, सूर्यवंशम, सत्ते पे सत्ता, और द ग्रेट गैम्बलर जबकि महान में उन्होंने ट्रिपल रोल किया था. बॉलीवुड में इतने डबल रोल किसी और एक्टर के हिस्से में नहीं आए. इसी तरह अमिताभ बच्चन का फेवरेट ऑनस्क्रीन नाम था विजय, माना जाता है कि 19 फिल्मों में अमिताभ का नाम विजय था… और अग्निपथ में तो ये डायलॉग चर्चित भी हुआ था, नाम- विजय दीनानाथ चौहान….
 
अमिताभ के मंदिर में अमिताभ के जूते क्यों?
 
 
अमिताभ बच्चन पहले ऐसे एशियाई कलाकार थे, जिनका वैक्स स्टेच्यू मैडम तुसाद म्यूजियम लंदन में रखा गया. उनके नाम पर देश में कई और बातों को जानना आपके लिए दिलचस्प होगा. कोलकाता में एक मंदिर है जहां अमिताभ की ही पूजा होती है. उस मंदिर पर जय श्री अमिताभ लिखा हुआ औऱ अमिताभ की मूर्ति की जगह अमिताभ का एक बड़ा सा फोटो है, जिसके नीचे अमिताभ के उसी तरह के सफेद जूते रखे हुए हैं, जैसे कि उन्होंने अग्निपथ में पहने थे. कोलकाता में उनकी पहली नौकरी लगी थी. इस तरह जहां वो पैदा हुए थे यानी इलाहाबाद में यूपी स्पोर्टस अथॉरिटी ने अमिताभ बच्चन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स बना रखा है. इलाहाबाद में एक रोड का नाम भी अमिताभ बच्चन रोड कर दिया गया है. मुलायम सिंह यादव ने अपने पैतृक गांव सैफई में एक इंटर कॉलेज का नाम अमिताभ बच्चन इंटर कॉलेज रख दिया. देश में भर में अमिताभ के नाम ऐसी खई यादगार जगहें हैं, क्योंकि जिस तरह के जबरा फैन अमिताभ बच्चन को मिले हैं, देश में किसी भी नेता या अभिनेता के बस की बात नहीं.
 
सलमान के नाना का अमिताभ की फिल्म से कनैक्शन?
 
 
पहले अक्सर कई रीयल लाइफ के करैक्टर्स के नाम फिल्मी किरदारों के भी रख दिए जाते थे और अगर अमिताभ की फिल्में हों तो वो किरदार भी अमर हो जाते थे. अमर अकबर एंथोनी में अमिताभ का किरदार संगीतकार प्यारेलाल के गुरु एंथोनी गोन्साल्वेस के नाम से प्रेरित होकर लिखा गया, देश का बच्चा बच्चा एंथोनी को जान गया, काफी दिलचस्प थी ये गुरुदक्षिणा. इसी तरह शोले के कई किरदारों के नाम सलीम ने अपने मिलने वालों के नाम से प्रेरित होकर या उन्हें खुश करने के लिए लिखे थे. जय और वीरू सलीम के दो दोस्तों के नाम थे, जिनमें से वीरू इंदौर के एक जागीरदार वीरेन्द्र सिंह बैस के नाम पर था तो जय नाम उनके एक दोस्त जय सिंह राव कालेवर के नाम पर रखा गया था. दोनों ही अब दुनियां में नहीं है. सबसे दिलचस्प है संजीव कुमार के किरदार का नामकरण. शोले में उनके किरदार का नाम था ठाकुर बलदेव सिंह. दरअसल बलदेव सिंह सलीम के श्वसुर यानी सलमान के नाना का नाम था. जो पेशे से दांतों के डॉक्टर थे और मुंबई के माहिम में अपना क्लीनिक चलाते थे. इस तरह सलीम ने शोले के जरिए अपने दोनों दोस्तों और श्वसुर को भी हमेशा के लिए अमर बना दिया.
 

 

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