केरलः CPI (M) के प्रदर्शन में बम ब्लास्ट, 5 कार्यकर्ता और पुलिसकर्मी घायल
केरल के कन्नूर में रविवार को सीपीआई (एम) की रैली में बम धमाके से भगदड़ मच गई. इस हमले में पांच सीपीएम कार्यकर्ता घायल हो गए हैं. बम धमाके में चार पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की खबर है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को सीपीआई (एम) कार्यकर्ताओं ने कन्नूर के पनूर में रैली निकालते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर अचानक किसी ने देशी बम फेंक दिया. बम ब्लास्ट होते ही वहां भगदड़ मच गई. ब्लास्ट में पांच सीपीएम कार्यकर्ता जख्मी हो गए.
October 8, 2017 4:06 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
कन्नूरः केरल के कन्नूर में रविवार को सीपीआई (एम) की रैली में बम धमाके से भगदड़ मच गई. इस हमले में पांच सीपीएम कार्यकर्ता घायल हो गए हैं. बम धमाके में चार पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की खबर है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को सीपीआई (एम) कार्यकर्ताओं ने कन्नूर के पनूर में रैली निकालते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर अचानक किसी ने देशी बम फेंक दिया. बम ब्लास्ट होते ही वहां भगदड़ मच गई. ब्लास्ट में पांच सीपीएम कार्यकर्ता जख्मी हो गए.
कार्यकर्ताओं पर हुए हमले में चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि घटना से गुस्साए कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव भी किया था. घायल कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
गौरतलब है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह समेत पार्टी के दिग्गज नेताओं और कई बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की इन दिनों केरल में आवाजाही बढ़ी हुई है. दरअसल बीजेपी केरल में 15 दिवसीय ‘जन रक्षा यात्रा’ कर रही है. ‘जन रक्षा यात्रा’ के सहारे बीजेपी सूबे में पार्टी की मजबूती और वामपंथी हिंसा का मुद्दा जिंदा रखना चाहती है, जिसका फायदा आने वाले चुनावों में पार्टी को मिलने की उम्मीद है.
राजनीतिक गणित के हिसाब से असम और जम्मू-कश्मीर में पार्टी की सरकार के गठन के बाद केरल और पश्चिम बंगाल दो ऐसे राज्य हैं, जिसे बीजेपी राजनीतिक रूप से काफी अहम मानती है. पार्टी इन दोनों राज्यों में सत्ता हासिल करने के लिए भरपूर कोशिश भी कर रही है. बीजेपी ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों को रेखांकित कर जमीन तैयार करना अभी से शुरू कर दिया है. केंद्रीय मंत्रियों को इसकी जिम्मेदारी दी जा चुकी है. राज्य में अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने के लिए ही केंद्र सरकार ने पिछले मंत्रिमंडल विस्तार में केरल से अल्फोंस कन्नथनम को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया था.