Delhi Metro Bus Free for Women: दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज एक बड़ा ऐलान कर सकते हैं. कहा जा रहा है कि दिल्ली मेट्रो और बस में महिलाओं के लिए सफर मुफ्त किया जाएगा. खबरों के अनुसार दिल्ली में अगले साल होने वाले विधानसभा के मद्देनजर अरविंद केजरीवाल ये कदम उठाने जा रहे हैं जिसके तहत दिल्ली मेट्रो और दिल्ली बस में महिलाओं के लिए यात्रा मुफ्त कर दी जाएगी. इस बारे में घोषणा आज होने की संभावना है.
नई दिल्ली. दिल्ली में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने वोटरों को लुभाने के लिए हर मुमकिन कोशिश में लगे हैं. आम आदमी पार्टी सरकार दिल्ली में महिलाओं द्वारा सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मेट्रो और बस यात्रा मुफ्त करने पर विचार कर रही है. 1 जून शनिवार को नई दिल्ली में एक सार्वजनिक बैठक में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि सरकार डीटीसी बसों और दिल्ली मेट्रो में महिलाओं के लिए किराया माफ करने पर विचार कर रही है ताकि उन्हें उनकी सुरक्षा के मद्देनजर सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. इस संबंध में एक घोषणा 3 जून को की जाएगी.
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत डीटीसी और डीआईएमटीएस और दिल्ली मेट्रो द्वारा संचालित सभी सार्वजनिक परिवहन बसों में महिलाओं को किराया-माफी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के लिए पहले ही बैठकें ले चुके हैं. हालांकि, परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी मोडल सिस्टम द्वारा संचालित दिल्ली परिवहन निगम और क्लस्टर बसों में मुफ्त यात्रा की अनुमति देना मुश्किल नहीं हो सकता है, मेट्रो ट्रेनों में ऐसा करना चुनौतीपूर्ण होगा. दिल्ली सरकार और केंद्र दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन में 50-50 इक्विटी पार्टनर हैं. एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय मेट्रो से जुड़े कई मुद्दों पर एक मत नहीं हो पाए हैं जिसमें मेट्रो के किराये और चरण-4 शामिल हैं.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, इस तरह के कदम की तकनीकी और वित्तीय व्यवहार्यता जैसे अन्य कारकों के अलावा, मेट्रो ट्रेनों में महिलाओं को मुफ्त सवारी देने के प्रस्ताव पर आगे बढ़ने में दोनों पक्षों के बीच असहमति भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने 40 में से केवल एक सीट जीती थी जिसमें उसने नौ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में चुनाव लड़ा था. अगले साल की शुरुआत में दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए ये लोकसभा परिणाम पार्टी के लिए एक झटका के रूप में आया.
निराशाजनक प्रदर्शन से आहत, आम आदमी पार्टी सरकार आदर्श आचार संहिता के ठीक एक दिन बाद कार्रवाई में जुट गई, जब मुख्यमंत्री ने 27 मई को अपने मंत्रियों को निर्देश दिया कि वे मोहल्ला क्लीनिक, बसों की खरीद और सीसीटीवी परियोजना जैसी प्रमुख योजनाओं पर काम करें. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने हालांकि, इन सुझावों को खारिज कर दिया है कि दिल्ली विधानसभा चुनावों में एलएस पोल के नतीजों का असर पड़ेगा क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में केजरीवाल के अलावा कोई विकल्प नहीं है.