नई दिल्ली: पाकिस्तान से लौटी गीता को उसके घरवालों से मिलवाने के लिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मुहिम शुरू की है और इनाम का एलान किया है. मूक-बधिर गीता के परिवार को तलाशने की अपील करते हुए सुषमा ने कहा कि जो कोई उसे उसके माता-पिता से मिलाएगा, उसे एक लाख इनाम देंगे. सुषमा ने कहा कि गीता माता-पिता से मिलना चाहती है. अभी तक जिन लोगों ने गीता को बेटी बताया, उनकी सच्चाई साबित नहीं हो पाई. विदेश मंत्रालय ने गीता के माता-पिता को ढूंढने का भरसक प्रयास किए लेकिन अभी तक कामयाबी नहीं मिली है.
सुषमा स्वराज ने कहा कि जब भी मैं गीता से मिलती हूं तो वो शिकायत करती है और कहती है कि मैडम किसी तरह मेरे मां-बाप को ढूंढ दो. सुषमा स्वराज ने अपील करते हुए कहा कि जो भी गीता के मां-बाप हों सामने आएं. उन्होंने कहा कि मैं इस बेटी को बोझ नहीं बनने देंगे. इसकी शादी, पढ़ाई की सारी जिम्मेदारी हम उठाएंगे.
विदेश मंत्री ने ये भी कहा कि गीता का असली नाम गुड्डी है. गुड्डी बचपन से पाकिस्तान में थी, जिसे केंद्र सरकार की कोशिश के बाद भारत लाया गया. क्या आपके पड़ोस या रिश्तेदारी में कोई परिवार ऐसा था. जिनकी मूक-बधिर बेटी 10-12 साल पहले खो गई थी. एक बेटी को उसके माता-पिता से मिलाना पुण्य का काम होगा.
बता दें कि करीब एक दशक पहले दुर्घटनावश सीमा पार कर पाकिस्तान चली गई और वहीं रह रही मूक-बधिर गीता 28 अक्टूबर 2016 को भारत लौंटी थीं. पाकिस्तान में ईदी फाउंडेशन गीता की देखभाल कर रहा था. ईधी फाउंडेशन की बिलकिस ईधी ने उसे गोद ले लिया था. गीता फिलहाल इंदौर के एक संस्था में रह रही है. जहां उसे सांकेतिक भाषा और सिलाई-कढ़ाई का काम सिखाया गया है. गीता को भारत लाने में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रयासों ने अहम भूमिका निभाई थी.