Guru Nanak Palace Narowal Demolished: पाकिस्तान के नारोवाल शहर में स्थित 400 साल पुराना बाबा गुरू नानक महल का बड़ा हिस्सा स्थानीय लोगों ने तोड़ दिया है. इतना ही नहीं उन्होंने महल की खिड़कियां-दरवाजें तक उखाड़ कर बेच दिया. स्थानीय लोगों की शिकायत के बावजूद प्रशासन ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़़ा है.
नारोवाल. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित नारोवाल में लगभग चार सौ साल पुराने ऐतिहासिक गुरुनानक महल का बड़ा हिस्सा कुछ स्थानीय प्रभावशाली लोगों ने तोड़ दिया. इतना ही नहीं उन्होंने महल की खिड़की-दरवाजें तक बेज दिए. पाकिस्तान के अखबार ‘डॉन’ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय औकाफ विभाग की मौन सहमति के बाद यह काम हुआ है. हैरानी की बात ये है कि औकाफ विभाग को ये भी नहीं पता कि इस इमारत का इतिहास क्या है या इसका मालिकाना हक किसका है. पाकिस्तान हो या भारत सोशल मीडिया पर दोनों देशों के यूजर्स इस घटना पर काफी तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
गौरतलब है कि लाहौर से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नारोवाल में गुरुनानक महल पिछले चार सौ सालों से सुरक्षित खड़ी थी. इस महल में बाबा गुरुनानक के अलावा कई हिंदू राजकुमारों की तस्वीरें थीं. ऐतिहासिक दृष्टि से भी यह संरक्षित इमारत की श्रेणी में आता है. ऐसे में कुछ स्थानीय लोगों द्वारा महल में इतने बड़े पैमाने पर तोड़-फोड़ और सामानों का बेचना कई सवाल खड़े करता है. गुरुनानक महल को देखने बड़ी संख्या में सिख मतावलंबी आते थे. इस चार मंजिला इमारत में हर कमरे में तीन दरवाजे और चार रौशनदान थे. पाकिस्तानी ट्विटर पर नारोवाल ट्रेंड कर रहा है. पाकिस्तानी नागरिक भी इस घटना की निंदा कर रहे हैं.
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‘Historical Guru Nanak palace’ partially demolished by locals in Narowal, Pakistan.
A group of locals partially demolished a four-storey centuries-old building allegedly with the connivance of auqaf department officials.
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— Amrita Bhinder 🇮🇳 (@amritabhinder) May 27, 2019
NAROWAL: A group of locals partially demolished a four-storey centuries-old building allegedly with the connivance of auqaf department officials and even sold its precious windows, doors and ventilators.https://t.co/uUtMRqFgOB pic.twitter.com/YCRfZZHQ1Z
— Syed Ahsan Abbas Rizvi (@AhsanAbbasShah) May 27, 2019
स्थानीय लोगों ने शिकायत की लेकिन नहीं हुई कार्रवाई
स्थानीय निवासी मोहम्मद असलम ने बताया, “इस पुरानी इमारत को बाबा गुरू नानक महल कहा जाता है. भारत समेत दुनिया भर के सिख यहां आया करते थे. औकाफ विभाग को हमने इस बारे में बताया भी कुछ लोग इमारत में तोड़-फोड़ कर रहे हैं लेकिन किसी अधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की न ही कोई यहां पहुंचा ही.” वहीं नारोवाल के उपायुक्त वहीद असगर से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “राजस्व रेकॉर्ड में इस इमारत का कोई जिक्र नहीं है. यह इमारत ऐतिहासिक प्रतीत हो रही है, हम नगरपालिका समिति के रेकॉर्ड की जांच कर रहे हैं.” ईटीपीबी सियालकोट के रेंट कलेक्टर राणा वहीद ने कहा, “हमारी टीम गुरू नानक बाबा महल के संबंध में जांच कर रही है. यह संपत्ति ईटीपीबी की है तो इसमें तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इलाके के लोगों ने प्रधानमंत्री इमरान खान से तोड़फोड़ के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
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