Doctor Payal Tadvi Suicide: डॉ पायल तड़वी सुसाइड मामले में पांच दिन बाद भी पुलिस अभी तक आरोपी तीनों डॉक्टरों में किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. डॉ पायल तड़वी ने 22 मई को हॉस्टल के कमरे में आत्महत्या कर ली थी. पायल की मां का आरोप है कि पायल की जाति को लेकर रैगिंग की शिकायत अस्पताल प्रशासन से की थी लेकिन अस्पताल प्रशासन ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया था.
मुंबई: डॉ पायल तड़वी आत्महत्या मामले में पुलिस अभी तक तीनों आरोपी सीनियर डॉक्टरों में से किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. डॉ पायल तड़वी ने रैगिंग और प्रताड़ना से तंग आकर अपने हॉस्टल में 22 मई को खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. डॉ पायल तड़वी की मां आबेदा तड़वी का कहना है कि उन्होंने 10 मई को अस्पताल प्रशासन से सीनियर डॉक्टरों के टॉर्चर और हरासमेंट की शिकायत की थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया. घटना के बाद से ही तीनों आरोपी डॉक्टर फरार चल रही हैं.
महाराष्ट्र के जलगांव की रहने वालीं पायल तड़वी मुंबई के बीवाईएल नायर अस्पताल में एमडी की पढ़ाई कर रही थीं और गायनेकॉलोजिस्ट थीं. पायल तड़वी ने 1 मई 2018 को कॉलेज में एडमिशन लिया था और वे दूसरे साल में थी. पायल तड़वी अनुसूचित जनजाति से आती थीं और उनका एडमिशन आरक्षण कोट के तहत हुआ था. पायल तड़वी की मां ने कहा है कि आरक्षण कोटे पर एडमिशन होना कई सीनियर्स को पसंद नहीं था और वे उसको लगातार प्रताड़ित करती थीं और गालिया देती थीं. आरोपी तीनों सीनियर्स डॉक्टर डॉ हेमा आहुजा, डॉ भक्ति अहिरे और डॉ अंकिता खंडेलवाल पायल के मानसिक रूप से रोजा प्रताड़ित करती थीं और जाति को लेकर अपशब्द कहती थीं.
मामले को गंभीरता से लेते हुए महारष्ट्र एसोसियेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (MARD)ने आरोपी तीनों डॉक्टरों की सदस्यता रद्द कर दी है. इस मामले में पुलिस का कहना है कि तीनों आरोपी डॉ हेमा आहुजा, डॉ भक्ति अहिरे और डॉ अंकिता खंडेलवाल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. उनपर एससी/एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज गैर जमानती वारंट जारी कर दिया गया है. तीनों आरोपी डॉक्टर मामले के बाद से ही फरार चल रही हैं.
वहीं इस मामले पर अस्पताल के डीन डॉ. रमेश भरमाल का कहना है कि पायल तड़वी आत्महत्या मामले में जांच के लिए एंटी रैगिंग समिति का गठन कर दिया गया है. साथ ही तीनों आरोपी डॉक्टरों को नोटिस भेजकर तलब किया गया है. मामले की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.