MBBS Payal Tadvi Suicide Social Media: रैगिंग से तंग आकर 23 वर्षीय डॉ पायल तड़वी ने हॉस्टल के कमरे में फांसी पर लटककर जान दे दी है. डॉ पायल की तीन सीनियर डॉक्टर उसकी जाति को लेकर उसे गालियां देती थीं और प्रताड़ित करती थी. डॉ पायल की आत्महत्या का मामला सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा है. कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी समेत कई लोगों ने मामले की निंदा की है पायल के लिए न्याय की मांग की है.
मुंबई: महारष्ट्र के नायर अस्पताल में पढ़ने वाली 23 वर्षीय डॉक्टर पायल तड़वी की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ गया है. देश के कई नेताओं और फिल्मी हस्तियों ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. दलित नेता और गुजरात के वडगाम से विधायक जिग्नेश मेवानी और सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने हैशटैग #JusticeForDrPayal के साथ ट्विटर पर इस मामले की कड़ी निंदा की है.
कन्हैया कुमार ने ट्विटर पर लिखा है कि जातिवाद ने पायल जैसी प्रतिभाशाली डॉक्टर की जान ले ली. दोषियों को सज़ा दिलाने की मांग करने के साथ जातिगत भेदभाव के तमाम मामलों में न्याय दिलाने के लिए पूरे देश के स्तर पर आंदोलन करने की ज़रूरत है. रोहित वेमुला के मामले में भी अभी तक दोषियों को सज़ा नहीं मिली है.
जातिवाद ने पायल जैसी प्रतिभाशाली डॉक्टर की जान ले ली। दोषियों को सज़ा दिलाने की माँग करने के साथ जातिगत भेदभाव के तमाम मामलों में न्याय दिलाने के लिए पूरे देश के स्तर पर आंदोलन करने की ज़रूरत है। रोहित वेमुला के मामले में भी अभी तक दोषियों को सज़ा नहीं मिली है। #JusticeForDrPayal
— Kanhaiya Kumar (@kanhaiyakumar) May 26, 2019
I appeal to each and every student across India, it is high time we create safe schools, colleges, universities that are safe and inclusive. This is the first step towards creating a society free of discrimination and divisions. #JusticeForDrPayal #InstitutionalMurder
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) May 26, 2019
मृतक डॉ पायल की मां का आरोप है कि पायल के सीनियर्स उसपर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते थे और हास्टल में उसे प्रताड़ित करते थे. पुलिस ने मामले में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज तो कर लिया है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. महाराष्ट्र एसोसियेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर (मार्ड) ने आरोपी तीनों सीनियर डॉक्टर की सदस्यता को रद्द कर दिया है.
Dr. Payal complained to the higher authorities but no action was taken.#JusticeForPayal #JusticeforDrPayal #InstitutionalMurder pic.twitter.com/MDnrole4Gg
— Nishad (@nishadspeaks) May 26, 2019
They say Dr Payal committed suicide. I call it murder. She was murdered by the indignities she suffered. She was killed because she was a #Dalit. I stand by her near & dear ones in this time of grief .Pray that god lets her soul rest in peace #JusticeForDrPayal #JusticeForPayal pic.twitter.com/lEKKTawXCs
— Nagma (@nagma_morarji) May 26, 2019
आपको बता दें कि पायल तड़वी महाराष्ट्र के जलगांव की रहने वाली थी और महाराष्ट्र के बीवाईएल नायर अस्पताल में पीजी की पढ़ाई कर रही थी. उसने आरक्षण कोटे के तहत 1 मई 2018 को नायर कॉलेज में दाखिला मिला था. बीती 22 मई को पायल ने हॉस्टल में खुदकुशी कर ली. पायल आदिवासी जाति से थी और उसे आरक्षण के चलते उसे कॉलेज में दाखिला मिला था.
रोहित वेमुला के बाद मुम्बई में डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाली पायल ने सीनियर द्वारा जातिवादी टिप्पणी से तंग आकर आत्महत्या कर ली, तमाम बाधाओं को पार करके यहाँ तक पहुंचना आसान नहीं था फिर किसने इतना मनोबल गिराया के हँसते खेलते चेहरे मौत को गले लगा रहे हैं? #JusticeForDrPayal pic.twitter.com/84Lk5KZM2S
— Salman Mirza ( سلمان میرزا) 🇵🇸 (@Beardosalmann) May 26, 2019
आरोप है कि इस बात से नाराज पायल की तीनों सीनियर डॉक्टर डॉ हेमा आहुजा, डॉ भक्ती अहिरे और डॉ. अंकिता खंडेलवाल उसको टॉर्चर करती थीं. पायल की मां अबेदा तड़वी का कहना है कि पायल की तीन सीनियर डॉक्टर आदिवासी होने कारण उसकी रैगिंग करते थे और जाति को लेकर अपशब्द कहते थे.
https://twitter.com/meenapariwaar/status/1132658841013895169
"The FIR reports stated that her seniors often threatened Dr Tadvi, saying she wouldn't be allowed into operation theatres or allowed to perform deliveries. She was also mocked for being a tribal on WhatsApp groups." #JusticeForDrPayal #InstitutionalMurder https://t.co/6cQPqsjR7S
— Sofia | சோபியா (@Red_Pastures) May 26, 2019
इस मामले के बाद महारष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर (मार्ड) ने तत्काल एक्शन एक्शन लिया है. मार्ड ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी तीनों डॉक्टर की सदस्यता रद्द कर दी है. पायल की मां आबेदा तड़वी का कहना है कि वह न्याय के लिए लड़ेंगी चाहे जो भी हो.