Cricket World Cup 2019: वर्ल्ड कप जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही टीम इंडिया के मिशन वर्ल्ड कप की शुरुआत बेहद खराब रही है. न्यूजीलैंड के खिलाफ प्रैक्टिस मैच में टीम इंडिया की करारी हार हुई है. भारतीय बल्लेबाज बोल्ट का झटका नहीं सह पाए. तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने भारतीय शीर्ष क्रम की कमर तोड़ दी. टीम इंडिया महज 179 रन बनाकर ऑलआउट हो गई.
लंदन. वर्ल्ड कप की शुरुआत में ही टीम इंडिया की करारी हार हुई है. टीम इंडिया को अपने पहले प्रैक्टिस मैच में न्यूजीलैंड के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है. पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया का शीर्षक्रम ट्रेंट बोल्ट की तूफानी गेंदबाजी के सामने ढह गया. बोल्ट ने 4 विकेट लेते हुए भारतीय बल्लेबाजी क्रम की कमर तोड़ दी. टीम इंडिया मात्र 179 रनों पर ऑलआउट हो गई. इस स्कोर तक भी जडेजा के अर्धशतक (54) और हार्दिक पांड्या (30) की पारी तक टीम इंडिया पहुंच पाई. गेंदबाजी करते हुए भी भारत कुछ खास करिश्मा नहीं कर पाया और न्यूजीलैंड ने 13 ओवर शेष रहते ही मैच जीत लिया. भारत के वर्ल्ड कप अभियान की बेहद खराब शुरुआत ने टीम इंडिया के फैंस की चिंता बढ़ा दी है जो विराट कोहली की अगुवाई में भारत को वर्ल्ड कप का प्रबल दावेदार मान रहे थे.
शीर्ष क्रम ढहा, संभाल नहीं पाया मध्यक्रम
भारत के दोनों सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन मात्र दो रन बना पाए. दोनों को बोल्ट ने पवेलियन भेजा. तीसरे क्रम पर आए विराट कोहली ने पारी संभालने की कोशिश की लेकिन वो भी केवल 18 रन ही बना पाए. चार नंबर पर बल्लेबाजी करने आए केएल राहुल भी कुछ खास नहीं कर पाए. उन्हें मात्र 6 रन के स्कोर पर ट्रेंट बोल्ट ने बोल्ड किया. भारत के शीर्षक्रम के बाद मध्य क्रम भी कुछ खास नहीं कर पाया. एमएस धोनी ने पारी संभालने की कोशिश की लेकिन वो भी 17 रन बनाकर चलते बने. दिनेश कार्तिक के भी वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत बेहद खराब रही. कार्तिक केवल 4 रन ही बना पाए. टीम इंडिया का स्कोर और भी कम हो सकता था लेकिन ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (30) और रविंद्र जडेजा (54) ने भारतीय पारी को 179 रन तक पहुंचाया. ट्रेंट बोल्ड ने चार विकेट चटकाए वहीं जिमी निशाम ने भी 3 भारतीय बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई.
गेंदबाज भी नहीं कर पाए कुछ खास
भारत की खराब बल्लेबाजी के बाद सम्मान बचाने की जिम्मेदारी गेंदबाजों पर थी. लेकिन आज गेंदबाज भी कुछ खास नहीं कर पाए. 179 रनों का बचाव करना यूं भी मुश्किल चुनौती थी लेकिन न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए आसानी से मैच जीत लिया. जसप्रीत बुमराह ने कोलिन मुनरो को 4 रनों के स्कोर पर पवेलियन भेज कर भारत को अच्छी शुरुआत दिलाई लेकिन गुप्टिल (22) और कप्तान केन विलियम्सन की शानदार 67 रनों की पारी की बदौलत न्यूजीलैंड ने आसानी से जीत की राह पकड़ ली. भारत से विपरीत न्यूजीलैंड के मध्यक्रम ने शानदार प्रदर्शन किया. रॉस टेलर ने 71 रनों की तेज तर्रार पारी खेलकर अपनी टीम को जीत के मुहाने पर पहुंचा दिया. आखिरी में हेनरी निकोलस ने (15) ने 38वें ओवर में न्यूजीलैंड की जीत की औपचारिकता पूरी कर दी. टीम इंडिया के मिस्ट्री स्पिनर कुलदीप यादव महंगे साबित हुए और उन्हें कोई सफलता नहीं मिली. चहल को 1 विकेट जरूर मिला लेकिन वो भी खतरनाक नहीं दिखे. जडेजा ने भी पारी के आखिर में टेलर को पवेलियन भेजा. गेंदबाजों के पास बहुत कुछ था भी नहीं लेकिन जिस आसानी से न्यूजीलैंड ने हमारे गेंदबाजों का सामना किया वो एक खतरे की घंटी तो जरूर है.
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— ICC Cricket World Cup (@cricketworldcup) May 25, 2019
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के सामने असहाय भारतीय बल्लेबाज
ट्रेंट बोल्ट बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं. उन्होंने भारतीय शीर्ष क्रम को तहस-नहस कर दिया. बोल्ट के झटके से टीम इंडिया का बल्लेबाजी क्रम कभी उभर ही नहीं पाया. बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के आगे भारतीय शीर्ष क्रम की विफलता नई नहीं है. इससे पहले भी बोल्ट खुद भारतीय टीम की ये हालत पहले भी कर चुके हैं. पाकिस्तान के मोहम्मद आमिर हों या इंग्लैंड के सैम करेन बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के सामने भारतीय बल्लेबाज मुश्किल में दिखते हैं. वर्ल्ड कप में अगर टीम इंडिया अपनी इस कमजोरी से पार नहीं पाती है तो वर्ल्ड चैंपियन बनने का कैप्टन कोहली का सपना, सपना ही रह जाएगा.
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— ICC (@ICC) May 25, 2019
चौथे नंबर की चिंता बढ़ी
अंबाती रायडु लगभग एक साल तक भारतीय मध्यक्रम का हिस्सा रहे लेकिन चयनकर्ताओं का विश्वास जीतने में नाकाम रहे. आखिरकार उन्हें वर्ल्ड कप की टीम में जगह नहीं मिली. उनकी जगह आए केएल राहुल भी कुछ खास नहीं कर पाए. केवल 4 रन बनाकर आउट हो गए. चौथे नंबर की पोजिशन पर टीम इंडिया की चुनौतियां बरकरार हैं. वर्ल्ड कप में मध्यक्रम को दिशा दिखाने वाली इस पोजिशन पर किसे खिलाना चाहिए इसका फैसला करने की स्थिति में टीम इंडिया नहीं दिख रही है. टीम इंडिया के पास अब प्रयोग करने का समय बचा भी नहीं है. ऐसे में प्रैक्टिस मैच में मिली इस करारी हार पर सचेत होने की जरूरत है. वर्ल्ड कप की प्रबल दावेदार मानी जा रही टीम इंडिया के लिए यह हार एक बड़े झटके की तरह है. उम्मीद है टीम इंडिया समय रहते संभल जाएगी और वर्ल्ड कप के लीग मैचों में बेहतर प्रदर्शन करेगी.