बच्चों के सामने कभी भी झगड़ा न करें, नहीं तो आने वाले समय में हो सकती हैं ये प्रॉब्लम्स

आपने अक्सर सुना होगा कि बच्चे 'कोरा कागज' होते हैं और वह कोई भी चीज जल्दी सिखते हैं. अगर आप भी अपने बच्चे की बेहतर भविष्य की कामना कर रहे हैं तो आपको भी अपने घर में कुछ खास बातों का ख्याल रखना चाहिए.

Advertisement
बच्चों के सामने कभी भी झगड़ा न करें, नहीं तो आने वाले समय में हो सकती हैं ये प्रॉब्लम्स

Admin

  • September 27, 2017 3:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: आपने अक्सर सुना होगा कि बच्चे ‘कोरा कागज’ होते हैं और वह कोई भी चीज जल्दी सिखते हैं. अगर आप भी अपने बच्चे की बेहतर भविष्य की कामना कर रहे हैं तो आपको भी अपने घर में कुछ खास बातों का ख्याल रखना चाहिए.
 
बच्चे जो देखते हैं, वही सीखते हैं. पेरेंट्स के बीच रिश्ता खुशहाल न हो तो बच्चे ये भी महसूस कर लेते हैं. इसका असर उनकी आगे की जिंदगी पर पड़ता है और वे भी अपने रिश्ते को लेकर हमेशा असुरक्षित महसूस करते हैं. वहीं स्वस्थ रिश्ते को देखकर बढ़े बच्चे हर क्षेत्र में अच्छा करते हैं. जानें, इन तरीकों से आप रिश्ते को खुशहाल बना सकते हैं और बच्चों को भी अच्छी परवरिश दे सकते हैं.
 
बच्चे के सामने न करें बहस
बच्चा इस बात पर बहुत ध्यान देता है कि पेरेंट्स आपस में किस तरह से बात करते हैं. अगर वे हमेशा गुस्से से बात करें, आपस में बहस करें तो बच्चा भी यही सीखता है. कोशिश करें कि बच्चे के सामने आपस में बहस न करें. अपने मतभेद अकेले में सुलझाएं.
 
बच्चे के सामने दिखावा न करें
आपको लगता है कि बच्चे छोटे हैं इसलिए कुछ समझ नहीं सकते लेकिन उनकी महसूस करने की क्षमता बेहद अच्छी होती है. अगर आपके रिश्ते में ठंडापन आ गया है तो चाहे आप दिखावे के लिए कितना ही हंसे-बोलें लेकिन बच्चे ये सेंस कर लेते हैं. इसलिए रिश्तों में पसरे ठंडेपन को खत्म करने के तरीके अपनाएं.
 
एक-दूसरे की करें तारीफ
बच्चा ये बात तुरंत सीखता है. अगर आप एक-दूसरे के छोटे-छोटे कामों को एप्रिशिएट करते हैं तो बच्चा भी दूसरों की कोशिशों के प्रति संवेदनशील होता है. इससे आपका रिश्ता भी और निखरेगा. पेरेंट्स बच्चे के छोटे-छोटे प्रयासों की भी सराहना करें.
 
 
जिम्मेदारियां बांटें
परिवार की गाड़ी मिलकर ही चलती है. किसी एक के ऊपर किसी काम का बोझ न लादें. मिल-जुलकर जिम्मेदारियां उठाएं. किचन से लेकर बाहर के काम भी बांटकर करने की कोशिश करें. इससे बच्चा भी मिलकर काम करने का मतलब सीखेगा.
 
 
गलतियों को करें नजरअंदाज
गलतियां किसी से भी हो सकती हैं, कभी-कभी उन्हें नजरअंदाज भी किया जा सकता है. आप दोनों एक-दूसरे की रुटीन गलतियों पर उलझने की बजाए उन्हें टाल दें. इससे बच्चे को ये सीख मिलेगी कि गलती किसी से भी हो सकती है लेकिन हमें माफ करना आना चाहिए.

Tags

Advertisement