नई दिल्लीः मोदी सरकार ने डॉक्टरों के रिटायर होने की उम्र 60 से बढ़ाकर 65 साल करने का फैसला किया है. स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने बुधवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
मोदी सरकार ने अस्पताल संबंधी समस्याओं के निवारण और डॉक्टरों-मरीजों के बीच सामंजस्य बैठाने के हित में बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने डॉक्टरों के रिटायरमेंट की सीमा 60 से बढ़ाकर अब 65 साल कर दी है.
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए इसे स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में एक ऐतिहासिक कदम करार दिया. सरकार के इस फैसले से डॉक्टर अब 5 साल और सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में अपनी सेवाएं दे सकेंगे. केंद्र सरकार के इस फैसले से देश में डॉक्टरों की कमी भी अब कुछ हद तक कम हो सकेगी.
बता दें कि देशभर में डॉक्टरों की भारी कमी है. भारतीय सेना की तीनों विंग आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में भी डॉक्टरों की कमी बनी हुई है. डिफेंस सर्विसेज के पूर्व फाइनेंस एडवाइजर सुधांशु मोहंती के मुताबिक, अभी भारतीय सेना में 12 से 15 प्रतिशत तक डॉक्टरों की कमी है. इस वजह से सेना के जवानों को मेडिकल सुविधाएं मिलने में अक्सर देरी होती है. उम्मीद है मोदी सरकार के इस फैसले से जनता के साथ-साथ जवानों को भी कुछ राहत मिलेगी.