Rahul Gandhi Congress Lok Sabha Defeat Seats Tally Goes UP: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी सीट बीजेपी की स्मृति ईरानी से हार गए हैं और कांग्रेस पार्टी लोकसभा का चुनाव हार गई है. 2014 में जब सोनिया गांधी अध्यक्ष थीं तब कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में 44 सीट मिले थे. राहुल गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस के सीटों की संख्या 2019 में बढ़कर 52 हो गई है और इसके 51 तक जाने की भी संभावना है.
अमेठी. लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस एक बार फिर हार गई है और बुरी तरह ही हारी है. खुद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव हार गए हैं. सोनिया गांधी के अध्यक्ष रहते 2014 में पार्टी ने यूपी से 2 सीट जीती थी जिसमें एक खुद सोनिया और दूसरी अमेठी से राहुल गांधी थे. 2019 के चुनाव में नरेंद्र मोदी और बीजेपी की ऐसी लहर चली कि राहुल गांधी खुद की अमेठी सीट भी बीजेपी की स्मृति ईरानी से हार गए. वहीं दूसरी तरफ खुद के दम पर बीजेपी की सीट पहली बार 300 के पार चली गई है और एनडीए के सहयोगी दलों को मिलाकर मोदी सरकार के पास अगली लोकसभा में 350 के आस-पास सांसदों का समर्थन होगा. पर कांग्रेस पार्टी और अध्यक्ष राहुल गांधी की हार के बावजूद एक चीज है जो गौर करने लायक है. राहुल गांधी ने 2014 में पार्टी को मिले सांसदों की संख्या 44 से बढ़ाकर 52 के पास ला दिया है. 5 साल में उन्होंने पार्टी के करीब 8 सांसद लोकसभा में बढ़ा लिए हैं.
राहुल गांधी की अमेठी में हार नेहरू-गांधी परिवार के किसी सदस्य की इस सीट पर पहली हार है. कांग्रेस मुख्यालय में जब राहुल गांधी हार पर बात करने मीडिया के सामने आए तो उन्होंने चुनाव आयोग के ऐलान से पहले ही कह दिया कि स्मृति ईरानी अमेठी जीत चुकी हैं और वो उनको बधाई देते हैं. राहुल ने स्मृति ईरानी से कहा कि वो अमेठी को प्यार से रखें और वहां के लोगों ने उन पर जो भरोसा जताया है वो उस पर खरा उतरें. 2014 के चुनाव में भी स्मृति ईरानी राहुल गांधी से लड़ी थीं लेकिन वो उस बार चुनाव हार गई थीं. कई एग्जिट पोल में पहले ही कहा गया था कि इस बार अमेठी से स्मृति ईरानी के जीतने की संभावना है और राहुल गांधी अपनी पारंपरिक अमेठी सीट से हार सकते हैं.
राहुल गांधी को वायनाड में बड़े अंतर से जीत हासिल हुई है जो दक्षिण भारत में कांग्रेस के लिए गढ़ जैसी सीट है. राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी को बधाई दी है और कहा कि जनता मालिक है और दो विचारधारा की लड़ाई में जनता का जो फैसला आया है वो सम्माननीय है. राहुल ने पार्टी कार्यकर्ताओं, प्रत्याशियों का आभार जताते हुए कहा कि देश में काफी लोग हैं जो कांग्रेस की विचारधारा को मानते हैं और वो उनके साथ डटकर खड़े रहेंगे और लड़ेंगे और एक दिन कांग्रेस की विचारधारा की जीत होगी.