मुंबई. बॉलीवुड के उस महान अभिनेता को तो आप जानते ही होंगे जो किसी पार्टी में पहुंच जाते थे तो लोग उन्हें देखने के साथ ही अपनी पत्नियों को छुपा लेते थे. अगर भूल गए हैं तो हम आपको उनकी की जुबानी याद दिलाते हैं… प्रेम… प्रेम नाम है मेरा, प्रेम चोपड़ा… जी हां आपने सही पहचाना. हम प्रेम चोपड़ा की बात कर रहे हैं.
अपने डायलॉग्स और अभिनय को लेकर बॉलीवुड में अपनी खा बना चुके प्रेम चोपड़ा का आज 81 साल के हो गए हैं. प्रेम चोपड़ा का जन्म 23 सितंबर 1935 को लाहौर के एक पंजाबी परिवार में हुआ. प्रेम चोपड़ा ने अपने 54 साल के फिल्मी करियर में लगभग 500 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया है.
वहीं उनके फिल्म जगत के शुरूआती दिनों की बात करें तो मुंबई आने के बाद प्रेम चोपड़ा को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. उस वक्त अपना खर्चा चलाने के लिए टाइम्स ऑफ इंडिया के सर्कुलेशन विभाग में नौकरी करने लगे. इस बीच वो फिल्मों में काम करने के कोशिश करते रहे. काफी कोशिशों के बाद उन्हें एक पंजाबी फिल्म चौधरी करनैल भसह में काम करने का अवसर मिला.
प्रेम चोपड़ा बॉलीवुड के एकमात्र ऐसे अभिनेता जिन्होंने कपूर खानदार की सभी पीढ़ियों के साथ काम किया है. राज कपूर को ‘बॉबी’ फिल्म क्लाइमैक्स के लिए उन्हें एक विलेन की जरूरत थी. इसके लिए उन्होंने प्रेम चोपड़ा को फिल्म ऑफर किया. राज कपूर ने कहा कि उन्हे सिर्फ यह बोलना है ‘प्रेम नाम है मेरा… प्रेम चोपड़ा’ वहीं डायलॉग सुनकर प्रेम चोपड़ा हैरान रह गए, लेकिन राज कपूर ने उनसे कहा कि यदि फिल्म चल निकली तो यही डायलॉग लोगों की जुबां पर होगा और हुआ भी ऐसा ही. बॉबी के इस डायलॉग ने प्रेम चोपड़ा को बहुत फेमस कर दिया.
ये हैं प्रेम चोपड़ा के 10 फेमस डायलॉग्स
प्रेम चोपड़ा बॉलीवुड विलेन के रूप में जाने जाते हैं, वहीं उनके बेहतरीन डायलॉग्स ने उन्हें एक नई पहचान दिलाई है. . तो आज उनके जन्मदिन पर पढ़िए उनके दस फेमस डायलॉग्स जो आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं
प्रेम नाम है मेरा…प्रेम चोपड़ा (बॉबी)
1 .जिनके घर शीशे के बने होते हैं, वो बत्ती बुझाकर कपड़े बदलते हैं (सौतन)
2. राजनीति की भैंस के लिए दौलत की लाठी की जरूरत होती है (खिलाड़ी)
3. मैं वो बला हूं, जो शीशे से पत्थर को तोड़ता हूं (सौतन)
4. मैं जो आग लगाता हूं उसे बुझाना भी जानता हूं (कटी पतंग)
5. सांप का फन उठाने से पहले कुचलना मैं अच्छी तरह जानता हूं (वारिस)
6. शराफत और ईमानदारी का सर्टिफिकेट ये दुनिया सिर्फ उन्हें देती है जिनके पास दौलत होती है (आग का गोला)
7. भैंस पूंछ उठाएगी तो गाना तो नहीं गाएगी, गोबर ही देगी, गोबर (आज का अर्जुन)
8. नंगा नहाएगा क्या और निचोड़ेगा क्या. (दूल्हे राजा)
9. कर भला, तो हो भला (राजा बाबू)
10. कैलाश खुद नहीं सोचता दूसरों को मजबूर करता है सोचने के लिए (कटी पतंग)