मुंबई: स्टार्ट अप वर्ल्ड में अग्रणी मुंबई स्थित चतुर आईडियाज ने ‘ बी ए चुतर’ प्रतियोगिता के टॉप तीन विजेताओं को चुना है जिनमें एक्वाक्रिफ्ट का स्वच्छग्रह बिजनेस प्लान भी शामिल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन स्टार्ट अप इंडिया और स्टैंड अप इंडिया से प्रेरित दिग्गज स्टार्टअप प्रदाता कंपनी ‘चतुर आईडियाज’ ने एक जून, 2017 को ‘ बी ए चतुर’ प्रतियोगिता शुरू की थी.
चार महीनों तक चली इस प्रतियोगिता में बिजनेस प्लान मांगे गए थे और ये प्रतियोगिता सबके लिए खुली था. इस प्रतियोगिता ने 5400 से ज्यादा स्वमसेवियों ने हिस्सा लिया.
इस प्रतियोगिता के पहले हिस्सा में सभी प्रतियोगियों के आईडिया पर विचार करने के बाद 50 स्टार्ट अप आईडिया को शॉर्ट लिस्ट किया गया और उन्हें चर्चा के लिए बुलाया गया. इसके बाद 7 सितंबर को इनमें से टॉप-10 की घोषणा की गई.
गौरतलब है कि चतुर आईडिया के पास 1500 निवेशकों का विशाल नेटवर्क है. चतुर आईडिया विभिन्न क्षेत्रो में अभी तक मेंटरिंग, फंड रेजिंग, लीगल सर्विस, तकनीकी सहयोग, मार्केट स्ट्रैटेजी और डिजिटल मार्केटिंग की 650 से ज्यादा कंपनियों को सुझाव दे चुका है.
इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बेहतीन आईडिया इजाद करना था जो बाद में एक नई खोज के रूप में परिभाषित हो सके. चतुर आईडियाज के फाउंडर और सीईओ देवेश चावला ने प्रतियोगिता की सफलता के मौके पर कहा कि ‘ हमें ये बताने में बहुत खुशी हो रही है कि सुरत के सुनील वासयानी, दिल्ली के आशुतोष श्रीवास्तव और स्वच्छश्री के स्वच्छग्रह प्लान को बी ए चतुर प्रतियोगिता का विजेता चुना है.’
उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य स्टार्टअप को एक मंच प्रदान करना, उनकी पहचान बनाना और उनके लिए निवेशक का इंतजाम करना था. उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता के लिए उम्मीद से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया जिससे उन्हें बहुत खुशी हुई. उन्होंने कहा कि लोगों के इतने आवेदन देखकर लगता है कि भारत को ऐसे कितने चतुर आईडियाज जैसे मंच की जरूरत है जिससे वो अपनी क्षमता को पहचान दिला सकें.
‘एम पावर’ के फाउंडर और चतुर आईडियाज प्रतियोगिता के जूरी मैंबर कृष्ण कुमार ने कहा कि स्टार्टअप से प्रेरित इतने सारे टैलेंट और युवा जोश को देखना बेहतरीन अनुभव था. उन्होंने कहा कि ज्यूरी न पीने के पानी और सैनिटेशन जैसे गंभीर विषय पर स्वच्छाग्रह का एक अपरंपरागत मॉडल देखा जो खास तौर पर ग्रामीण इलाकों के लिए था. उन्होंने कहा कि इससे जुड़ा सैनेट्रीवेयर बिजनेस मॉडल निवेशकों को आकर्षित करेगा.