नई दिल्ली: असम रेजिमेंट का पासिंग आउट परेड इतना शानदार होता है कि जो भी व्यक्ति उसे देखता उसके मन में इसे दोबारा देखने की ईच्छा जाग जाती है. परेड का गाना कितना दिलचस्प और जोश पैदा करता है. ये आप सुनकर खुद महसूस कर सकते हैं.
परेड में जो गीत गया जाता है वो हैं..बदलु राम का बदन ज़मीन के नीचे हैं …और हमको उसका राशन मिलता है. दरअसल इस परेड का रेजिमेंटल गीत एक सच्ची घटना पर आधारित है. एक सैनिक बदलु राम जो जापान के द्वितीय विश्व युद्ध शहीद हो गए.
लेकिन बदलु के शहीद होने के बाद भी क्वार्टर मास्टर ने खाने की सूची में से उनका नाम हटाया नहीं था और उनके नाम पर राशन लिया जाता रहा. इसी बीच एक युद्ध के दौरान असम रेजिमेंट जापानी सेना से घिर गयी, रेजिमेंट में अकास्मिक भुखमरी जैसे हालात पैदा हो गए थे .
कई सैनिक अपनी जान गवांने की स्थिति में आ गए. मगर क्वार्टर में बदलु राम का जमा किया गया राशन मौजूद था. जो कि सैनिकों को बहुत काम आया. कहीं राशन सप्लाई नहीं मिलने के बाद भी रेजिमेंट के सैनिक बदलु राम के हिस्से का खाना खाकर विरोधियों का सामने करते रहे. इसी समय से आज तक बदलु राम का बदन जमीन है वाला गाना असम रेजिमेंट का पारंपरिक गीत बन गया है. रेजिमेंट की हर पासिंग आउट परेड की ये गीत युवा रंगरूटों के अंदर गर्मजोशी पैदा करता है.