नई दिल्ली : हिन्दू धर्म में विश्वकर्मा को सृजन का देवता माना जाता है, ऐसा कहा जाता है कि वह दुनिया के सबसे पहले इंजीनियर और वास्तुकार थे. 17 सितंबर 2017 को विश्वकर्मा जयंती है. आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि पौराणिक संरचनाएं भगवान विश्वकर्मा ने की थी.
इन जगहों पर विशेष रूप से की जाती है पूजा
विश्वकर्मा जयंती वाले दिन खास तौर पर औद्योगिक क्षेत्रों, फैक्ट्रियों, लोहे की दुकान, वाहन शोरूम में इसकी पूजा होती है, इसके अलावा मशीनों, औजारों की सफाई व पूजा की जाती है. लंका द्वापर की ‘द्वारिका’ और कलयुग के हस्तिनापुर आदि विश्वकर्मा द्वारा ही रचित हैं, ऐसा माना जाता है कि इनकी आराधना करने से सुख-समृद्धि और धन-धान्य घर में आती है.
क्या है शुभ मुहूर्त
इस साल पंचांग के अनुसार 12 बजकर 54 मिनट तक शुभ मुहूर्त है इस दौरान आप पूजा कर सकते हैं. भगवान विश्वकर्मा वास्तु के भी कारक देव हैं. विश्वकर्मा जयंती में भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा स्थापित कर उनकी पूजा की जाती है.