नई दिल्ली : पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम एयरसेल-मैक्सिस मामले में सीबीआई के द्वारा उनके बेटे कार्ति चिदंबरम से लगातार पूछताछ किए जाने से भड़क गए हैं. पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि जांच एजेंसी उनके बेटे को परेशान करने की बजाय उनसे पूछताछ करें. साथ ही चिदंबरम ने आरोप लगाया कि जांच एजेंसी गलत सूचना फैला रही है. चिदंबरम ने शुक्रवार को एक के बाद एक कई ट्वीट किए.
पी चिदंबरम ने शुक्रवार को कहा, एयरसेल-मैक्सिस मामले में एफआईपीबी ने निवेश की सिफारिश की थी, जिसे मैंने मंजूरी दे दी थी. सीबीआई को मुझसे पूछताछ करनी चाहिए, न कि मेरे बेटे कार्ति से. चिदंबरम ने अगले ट्वीट में लिखा, सीबीआई गलत सूचनाएं फैला रहा है, जो दुखद है. एयरसेल-मैक्सिस मामले में एफआईपीबी के अधिकारियों ने सीबीआई के समक्ष बयान दिया है कि निवेश को दी गई मंजूरी वैधानिक थी.
इससे पहले एक विशेष अदालत में दायर सीबीआई के एक आरोपपत्र के मुताबिक, मैक्सिस की सहायक कंपनी मॉरीशस स्थित ग्लोबल कम्युनिकेशन सर्विसेज होल्डिंग्स लिमिटेड ने एयरसेल में 80 करोड़ अमेरिकी डॉलर निवेश करने की मंजूरी मांगी थी. आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) इसकी मंजूरी देने के लिये सक्षम थी. एजेंसी ने 2014 में कहा था, हालांकि, वित्त मंत्री ने मंजूरी दी थी.
वहीं भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया था कि पूर्व वित्त मंत्री ने समझौते के लिए एफआईपीबी को मंजूरी दी थी जिसे प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले सीसीईए को भेजा जाना चाहिए था क्योंकि 600 करोड़ रूपये से अधिक के विदेशी निवेश के प्रस्ताव को मंजूरी देने का अधिकार सिर्फ इसी समिति को था.