नई दिल्ली: मोदी सरकार पैन कार्ड और मोबाईल फोन कनेक्शन के बाद ड्राइविंग लाइसेंस को भी आधार कार्ड से जोड़ने की तैयारी कर रही है. डिजिटल हरियाणा सम्मेलन 2017 में सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह ड्राइविंग लाइसेंस को भी आधार से लिंक करने पर विचार कर रही है. उन्होंने बताया कि इस मामले से संबंधित उन्होंने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी बात की है.
रविशंकर प्रसाद ने बताया है कि पैन को आधार कार्ड से जोड़ने पर मनी लॉन्ड्रिंग पर रोक लगाने में काफी कामयाबी मिली है. अगर हम ड्राइविंग लाइसेंस को भी आधार कार्ड से जोड़ देते हैं तो डुप्लीकेट लाइसेंस की संख्या पर लगाम कसने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा है कि डिजिटल गवर्नेंस सबसे अच्छी गवर्नेंस है. इसके साथ ही डिजिटल डिलीवरी भी सबसे तेज डिलीवरी है.
बता दें कि इससे पहले भी मई में रविशंकर प्रसाद आधार कोर्ड को ड्राइविंग लाइसेंस से जोड़ने की बात कह चुके हैं. तब उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए किया जाएगा कि ताकि लगातार बढ़ रहे डुप्लीकेट लाइसेंस की संख्या को खत्म किया जा सके. इसका एक और फायदा ये होगा कि डुप्लीकेट लाइसेंस पाकर शराब पीकर गाड़ी चलता हैं, उन पर शिंकजा कसा जा सकेगा. ताकि उनका जीवन भी सुरक्षित रहे साथ में और लोगों का भी जीवन सुरक्षित रहे.
बता दें कि केंद्र के 19 मंत्रालयों की 92 योजनाओं में आधार कार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है. इनके जरिए फूड सब्सिडी, मनरेगा और एलपीजी सब्सिडी के तहत कैश ट्रांसफर किया जा रहा है. इससे पहले पैन कार्ड, मोबाइल फोन कनेक्शन को आधार से लिंक को अनिवार्य किया जा चुका है. जनधन खाते खुलवाने में भी आधार का इस्तेमाल हुआ. राशन कार्ड के जरिए सब्सिडी वाला सामान लेना है तो उसके लिए भी आधार जरूरी किया गया.