बर्कले. कांग्रेस उपाध्यक्ष गांधी अमेरिका के बर्कले में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में अपने भाषण के दौरान बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. मंगलवार को युवा छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने सरकार की नीतियां, जम्मू-कश्मीर विवाद, नोटबंदी और जीएसटी जैसे मुद्दे पर जमकर हमला बोला.
राहुल ने कश्मीर में फैली हिंसा से लेकर नोटबंदी से गिरी जीडीपी के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उनका भाषण खूब ट्रेंड कर रहा है. आइये जानते हैं कि राहुल गांधी के भाषण की कुछ बड़ी बातों को.
वंशवाद की राजनीति
राहुल गांधी ने कहा कि भारत में वंशवाद की राजनीति ही सभी पार्टियों की समस्या है. देश में ज्यादातर ऐसा ही चल रहा है. चाहे आप अखिलेश यादव (मुलायम के बेटे) को देखें या फिर अभिषेक बच्चन या फिर एमके स्टालिन (करुणानिधि के बेटे), अनुराग ठाकुर (हिमाचल प्रदेश के पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के बेटे) या मुकेश-अनिल अंबानी (धीरूभाई के बेटे). ये सभी अपने पिता की विरासत ही आगे बढ़ाते दिखते हैं. ये सब बताता है कि देश कैसे चल रहा है.
कांग्रेस का पतन
राहुल गांधी ने माना है कि 2012 में कांग्रेस अहंकारी हो गई थी. लोगों से संवाद भी बंद था और लोगों ने हमसे दूरी बना ली. उन्होंने कहा कि पार्टी के पुनर्निर्माण के लिए हमें एक ऐसे विजन की जरूरत है, जिससे हम आगे बढ़ने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी अधिकतर वही काम कर रही है जो यूपीए सरकार हमने किया था. मनरेगा और जीएसटी इसके उदाहरण हैं. बता दें कि पार्टी 2014 में लोकसभा चुनाव हार गई थी और उसके बाद से कई राज्यों में विधानसभा चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ा है.
1984 सिख विरोधी दंगा
जब उनसे पूछा गया कि कांग्रेस जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार जैसे राजनेताओं को जो 1984 दंगे में नामित हैं उन्हें क्यों बचा रही है तो राहुल गांधी ने कहा कि किसी के प्रति हिंसा गलत है और मैं इसकी निंदा करता हूं. मैं सिख समुदाय को से प्रेम करता हूं. अगर वहां कुछ गलत होता है तो मैं उनकी न्याय के लिए मदद कर सकता हूं और मैं ऐसा करने वाला पहला शख्स रहुंगा.
मोदी सरकार की आर्थिक नीति
राहुल गांधी ने सरकार की नोटबंदी और जल्दी में लागू किये गये जीएसटी जैसे आर्थिक नीतियों को लेकर भी आलोचना की. राहुल गांधी ने कहा कि मोदी सरकार की इन्हीं आर्थिक नीतियों की वजह से अर्थव्यवस्था पर दवाब है. साथ ही उन्होंने कहा कि नोटबंदी के जरिये 500 और 1000 के पुराने नोटों को वापस लेने के फैसले की वजह से आज देश की जीडीपी 2 फीसदी घट गई है.
कश्मीर विवाद
जब हम सत्ता में थे तो कश्मीर में आतंकवाद अनियंत्रित था. लेकिन 2013 तक हमने इसे खत्म कर दिया. हमने आतंक की कमर तोड़ दी. इसके लिए मैंने तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह की तारीफ की और कहा कि ये उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है. राहुल ने पीएम मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने घाटी में आतंकवाद के लिए स्पेस दिया है. उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर 9 साल तक मैंने मनमोहन सिंह, चिंदबरम, जयराम नरेश के साथ मिलकर कश्मीर पर काम किया.
मोब लींचिंग और हमले
राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर मोब लींचिंग और गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा को लेकर जमकर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि मैं जानता हूं कि हिंसा का मतलब क्या होता है, किसी के खिलाफ हिंसा गलत है. घृणा, क्रोध और हिंसा हमें बर्बाद कर सकता है. ध्रुवीकरण की राजनीति खतरनाक होती है. साथ ही उन्होंने पत्रकार की हत्या का भी जिक्र किया.
हिंसा
राहुल गांधी ने हिंसा की राजनीति पर जमकर प्रहार किया और कहा कि भारत सदियों से अहिंसा का पुजारी रहा है और इसी रास्ते पर आगे बढ़ेगा. राहुल गांधी ने कहा कि मेरी दादी को मार दिया गया. मैंने बचपन से ही हिंसा की त्रासदी को झेला है. मैंने हिंसा की वजह से अपने पिता, अपनी दादी को खोया है. इससे किसी का भला नहीं होने वाला.
भारत में रोजगार
राहुल गांधी ने भारत में रोजगार के अवसर की कमी को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में हमलोग रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा नहीं कर पा रहे हैं. हर दिन 30 हजार नये युवा रोजगार पाने के लिए कतार में खड़े हैं, जबकि सरकार एक दिन में महज 500 जॉब्स पैदा कर पा रही है.
पीएम उम्मीदवार
राहुल गांधी ने कहा कि मैं 2019 के लोकसभा चुनाव में पीएम पद का उम्मीदवार बनने को तैयार हूं. हमारी पार्टी में लोकतंत्र है और अगर पार्टी कहेगी तो मैं जिम्मेदारी लूंगा. हालांकि, ये निर्णय पार्टी को ही लेना है.
मोदी सरकार और RTI
राहुल गांधी ने सूचना के अधिकार को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि मोदी सरकार ने सूचना के अधिकार को भारी नुकसान पहुंचाया है. हमने सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए ये कानून बनाया था. मगर अब सरकार इसके प्रति निष्क्रिय दिख रही है.
बता दें कि बर्कले यूनिवर्सिटी के स्टुडेंट्स को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भी 1949 में संबोधित किया था जब वो भारत के प्रधानमंत्री थे. राहुल गांधी अमेरिका के दो सप्ताह के दौरे पर पहुंचे हैं. सैन फ्रांसिस्को के बाद में सिलिकॉन वैली के एंटरप्रेन्योर्स से मिलने के बाद लॉस एंजिल्स जाएंगे. राहुल एस्पेन इंस्टीट्यूट भी जा सकते हैं.
लॉस एंजिल्स के बाद राहुल वाशिंगटन डीसी और प्रिंसटन यूनिवर्सिटी भी जाएंगे. राहुल का आखिरी सार्वजनिक कार्यक्रम न्यूयॉर्क में होगा जहां वो मैरियट होटल में करीब 1900 भारतीय प्रवासियों की सभा को संबोधित करेंगे.