रोहतक: साध्वी से दुष्कर्म मामले में 20 साल जेल की सजा काट रहे डेरा प्रमुख राम रहीम के बारे में डॉक्टरों ने बड़ा खुलासा किया है. राम रहीम की तबियत बिगड़ने के बाद उसका चेकअप करने वाले डॉक्टरों का दावा है कि राम रहीम सेक्स एडिक्ट है, जिसके कारण उसकी तबियत खराब हुई है. डॉक्टरों का कहना है कि वो लगातार बेचैन रहता है और उसकी नींद नहीं आती है. उसे इलाज की जरूरत है.
डेरा सच्चा सौदा का प्रमुख बनने के बाद नौंवी फेल और ट्रक ड्राइवर रहे राम रहीम को पहली बार पता चला कि धर्म की ताकत और उसकी सत्ता क्या है. उसकी बीमारी की शुरुआत यही से हो गई. डेरे की मान्यता की वजह से ताकत के शिखर पर जब राम रहीम बैठा तो वो शैतान बन गया. उसे लगा कि अब वो जो चाहे करे, जैसा चाहे करे, उसे कोई रोकने टोकने वाला नहीं है. यहीं से चमत्कार का दावा करने वाला राम रहीम बलात्कार करने लगा. ये बीमारी कितनी घातक है समाज के लिए अब वो जानते हैं.
कभी डेरे के प्रमुख के तौर पर दुनिया भर की अय्याशियों को अपनी आदत का गुलाम बनाने वाला राम रहीम अपने किए की सजा भुगत रहा है. कभी 10 लाख के बेड पर सोने वाला राम रहीम फिलहाल सलाखों के पीछे बेचैन है. एक तो उसके पास हनीप्रीत नहीं और दूसरा वो जिस बीमारी से पीड़ित है उसका इलाज भी नहीं हो पा रहा. बीमारी इतनी घिनौनी है उसे सभ्य समाज का कोढ़ माना जाता है.
रोहतक की सुनारिया जेल में बंद राम रहीम को यौन रोग है. जेल के सूत्रों ने इंडिया न्यूज़ को बताया है कि ये रोग इतना बढ़ गया है कि अब जेल में ही राम रहीम को सेक्स साइकोलॉजिस्ट मुहैया कराया जाएगा ताकि उसका इलाज हो सके. जेल में दिन रात हनी हनी चिल्लाने वाले राम रहीम की ये बीमारी खतरनाक है और अगर रेप जैसे घिनौने काम करने वाले अपराधियों में अक्सर ये पाया भी जाता है.
इससे पहले गुरमीत सिंह ने सीबीआई कोर्ट के सामने दुष्कर्म के मामले में खुद को बेदाग साबित करने के लिए कई पैंतरे आजमाए थे. उसने खुद कोर्ट को नपुंसक बताते हुए कोर्ट से कहा था कि वो शारीरिक अक्षमता के कारण सेक्स नहीं कर सकते.
नाबालिग से रेप केस में जोधपुर की जेल में बंद आसाराम भी कमोवेश ऐसी ही सेक्स की बिमारी से ग्रसित था. उसके बारें में भी ऐसी हा बाते सामने आई थी और अब राम रहीम की बिमारी के बारे में बाते हो रही है. ये बात अगर सच है तो फिर वो आरोप भी सच है. जिसमें ये कहा गया कि राम रहीम डेरे में कई तरह की जड़ी बूटियों से बनी आयुर्वेदिक दवाईया खाता और खिलाता था और जिस शर्बत को साध्वियों को पिलाने की बात कही जाती है उसमें भी सच्चाई होनी चाहिए क्योकि इस तरह की गोली दवाई या फिर जड़ी बूटियां कोई बीमार ही खाता है.
डेरे में उसके सामने इतनी अपनी इस हवस को पूरा करने के लिए इतनी महिलाए थी कि वो जिस पर अपनी निगाह गड़ा देता. उसकी पूरी फौज उस महिला को राम रहीम के सामने परोसने की जुगत में लग जाती और आखिरकार राम रहीम उसे हासिल कर लेता. एक के बाद एक लगातार महिलाओं के साथ संबंध बनाने के लिए राम रहीम दवाओं का इस्तेमाल करता था.
डेरे में पूर्व सेवादार हंसराज चौहान इस बात का खुलासा कर चुके है कि राम रहीम अपने शरीर की भूख को बढाने के लिए कई तरह के भस्म का इस्तेमाल करता था. बिलकुल आसाराम की तरह 76 साल की उम्र में भी आसाराम का शरीर किसी नौजवान के शरीर की जरुरतों जैसा था और इसके लिए आसाराम भी कई तरह की आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का इस्तेमाल करता था.
राम रहीम तो 50 साल का था लेकिन उम्र में 26 साल छोटा राम रहीम आसाराम से इस मामले में 10 कदम आगे था. अपनी सेक्स पॉवर को बढाने के लिए डेरे में उसने वैद्य को नौकरी दे रखी थी. हैरानी होगी आपको ये सुनकर कि राम रहीम अपना ज्यादातर वक्त इन्ही कामों में लगाता था. देश विदेश के नीम हकीमों से जानकारी जुटाकर वो अपनी ताकत के लिए तरीके खोजता रहता था.