नई दिल्ली: राम रहीम जेल नहीं जाता तो शायद उसके साथ साए की तरह चिपकी रहने वाली इस रहस्यमयी लड़की हनीप्रीत का बड़ा राज दुनिया के सामने नहीं आता. कोई सोच भी नहीं सकता था कि ये हनीप्रीत डेरा सच्चा सौदा की सबसे बड़ी राजदार है. राम रहीम की गिरफ्तारी के बाद पहली बार कोर्ट के बाहर दिखने वाली हनीप्रीत को दूसरी बार हेलीकॉप्टर में देखा गया.
इसके बाद 25 अगस्त की रात को ही जितेंद्र और वेदप्रकाश के साथ हनीप्रीत रोहतक जेल के बाहर दिखी. इसके बाद हनीप्रीत की जो तीसरी तस्वीर आई वो ये हैं. दीवार पर हनीप्रीत का पोस्टर लगा हुआ है और ऊपर लिखा गया है तलाश.
ये पोस्टर यूपी के सिद्धार्थनगर में नेपाल बॉर्डर के आस-पास दीवारों पर पुलिस ने चिपकाया है. आते जाते लोग इस तस्वीर को देखते हैं और आगे निकल जाते हैं. सिद्रार्थनगर के नेपाल बॉर्डर से सटे थाने मोहाना, कपिलवस्तु, शोहरतगढ़, ढेबरूआ और लोटन इलाके में हनीप्रीत के पोस्टर चस्पा किए गए हैं.
गजब है पुलिस और गजब है उसकी तलाश, यूपी पुलिस अपने तरीके से हनीप्रीत को ढूंढ रही है और हरियाणा पुलिस की तलाश तो और भी अजीबोगरीब है. अब आपके सामने जो सबूत दिखाने जा रहे हैं वो देखकर आप दंग रह जाएंगे. ये 25 अगस्त की रात को हनीप्रीत की आखिरी तस्वीर है.
इसमें दो लोग साथ में दिख रहे हैं. इनके नाम हैं जितेंद्र जो रोहतक का रहने वाला है और दूसरे शख्स का नाम है- वेदप्रकाश जो हिसार के राजला गांव का रहने वाला है. एक और शख्स इनके साथ था जिसका नाम है संजय चावला जो रोहतक के रहने वाले हैं .
रोहतक जेल से निकलने के बाद हनीप्रीत संजय चावला के घर गई. यूं ही इनके साथ नहीं गई. इसके बाद हनीप्रीत को लेने के लिए एक इनोवा गाड़ी आई. उस गाड़ी में ड्राइवर के साथ तीन लोग थे. एक का नाम नंदजी और दूसरे का नाम प्रदीप था.
रोहतक जेल से ये तीन लोग जितेंद्र, संजय चावला और वेदप्रकाश हनीप्रीत को लेकर अपनी गाड़ी से निकले और संजय चावला के घर आए. इसके बाद डेरा की चेयरपर्सन विपासना इंसा ने संजय चावला को फोन कर क्या कहा वो सुनिए.